राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति के लोगों के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना कि राशि का गबन…पूर्व सरपंच एवं आवास मित्र के विरुद्ध FIR के आदेश..
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राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति के लोगों के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना कि राशि को गबन करने वाले
पूर्व सरपंच व पूर्व आवास मित्र के विरूद्ध जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने एफ आई आर दर्ज कराने का आदेश किया जारी
रायगढ़ जिले के सुदूर धरमजयगढ़ तहसील के आदिवासी वनांचल में बसे ग्राम पंचायत जमरगा में रह रहे भारत के महामहिम राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति समुदाय के अति गरीब व जरूरतमंद लोगों को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पक्का मकान बनाकर देने की एक महत्त्वपूर्ण योजना बनाई थी। जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना का नाम दिया गया। वहीं इसका देश के बहुतायत आवासहीन गरीब वर्ग के लोगों को इस योजना का लाभ मिला है। वैसे तो यह योजना देश के सुदूर वनांचलों में रहने वाले अधिक से अधिक जनजातीय वर्ग के लोगों को पक्का और सुविधाजनक घर बनाकर दिया जाए इस उद्देश्य से बनाई गई थी। इस आधार पर रायगढ़ जिले के दो विशेष रूप से पिछड़ी जनजाति राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा तथा बिरहोर जनजाति के लोगों के लिए यह योजना बहुत मायने रखती है। परन्तुं उनके नाम से स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि को ग्राम पंचायत जमरगा के पूर्व सरपंच प्रताप सिंह राठिया तथा तात्कालिन आवास मित्र मंजीत चौहान ने धोखाधड़ी कर हितग्राहियों के खाते से रूपये को आहरित कर गबन कर लिया था। पूर्व सरपंच प्रतापसिंह राठिया व पूर्व आवास मित्र मंजीत चौहान ने आवास को फर्जी तरीके से कागजों में बना कर इसकी राशि आबंटित करना दिखाया था। यही नही उन्होंने बाकायदा ऑनलाइन जियो टैक भी कर दिये थे। जबकि जमीन पर यथार्थ में हितग्राहियों का आवास आज तक नही बना है। इस बड़े घोटाले की शिकायत रायगढ़ जिला कलेक्टर से की गई थी। जिस पर जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के आवास विभाग के प्रभारी अधिकारियों ने जांच कर सही पाये जाने पर दोषियों के विरूद्ध पुलिस थाना कापू में एफ.आई.आर. दर्ज करने का लिखित आदेश दिया है। उनके द्वारा आधे-अधूरे बने घरों को पूर्ण दिखाने के लिए फर्जी जियो टेैक करने के लिए ग्राम पंचायत जमरगा की रोजगार सहायिका उर्मिला राठिया के ऊपर दबाव बनाया गया। उनके द्वारा कहा गया कि आप जियो टैक नहीं करोगी तो आपकी सेवा वृद्धि प्रपत्र में वे अनुशंसा नहीं करेंगे। उनके द्वारा रोजगार सहायिका की सेवा वृद्धि नहीं की गई। सेवा वृद्धि नहीं होने के कारण कोरोना काल में रोजगार सहायिका श्रीमती उर्मिला राठिया की पारिवारिक और आर्थिक स्थिति पूरी तरह खराब हो गई। परिवार के भरण पोषण करने में भी उसे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रोजगार सहायक का कहना है, कि सेवा वृद्धि नहीं होने से उनके पास आत्म दाह के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। यदि वे आत्म दाह करती हैं, तो इसके लिए ग्राम पंचायत जमरगा के पूर्व सरपंच व पूर्व आवास मित्र तथा शासन व प्रशासन जिम्मेदार होंगे। इन हालातों में धरमजयगढ़ मुख्य कार्यपालन अधिकारी के आदेश पर कापू थाने में सरपंच व रोजगा सहायक के विरुद्ध पुलिस क्या कार्यवाही करती है, यह देखना लाजमी होगा।
थाना प्रभारी कापू धनीराम राठौर :-मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा लिखित शिकायत आया है थाने में, वही मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा ही 45 दिन का समय दोनों को दिया गया है, जांच अभी लम्बित है।
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