खरसिया में चल रहा बेख़ौफ़ अवैध प्लाटिंग का कारोबार ,पटवारी एवं राजस्व अमले से मिलभगत करके माफियाओं ने बेंच दी सड़क मद की जमीन कलेक्टर एवँ एसडीएम के पास शिकायत के बावजूद नही हो रही कार्यवाही….मीडिया को दी जानकारी

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📕खरसिया में चल रहा बेख़ौफ़ अवैध प्लाटिंग का कारोबार ,पटवारी एवं राजस्व अमले से मिलभगत करके माफियाओं ने बेंच दी सड़क मद की जमीन
📕कलेक्टर एवँ एसडीएम के पास शिकायत के बावजूद नही हो रही कार्यवाही
📕जाँच के नाम पर लीपापोती का खेल जारी..भूमाफियाओं के हौसले बुलंद
📕खरसिया के रोशन लाल अग्रवाल ने की है लिखित शिकायत.. लीपापोती पर उठाए सवाल…मीडिया से की मामले में जाँच की मांग
📕खरसिया📕@ खरसिया स्थित गोपाल राईसमिल की जमीन को भूमाफियाओं द्वारा पटवारियों से मिलीभगत करके पूर्व नगरपंचायत अध्यक्ष एवं उद्योगपति मुरलीधर अग्रवाल के द्वारा खरसिया अग्रवाल गुडाखु फैक्ट्री के 3 कर्मचारियों क्रमशः राजेश शर्मा पिता शेरसिंह के नाम पर 0.352 हैक्टेयर, हिमांशु अग्रवाल पिता स्व. रामबाबू अग्रवाल के नाम पर 0.279 हेक्टेयर, मनोज शर्मा पिता बद्री प्रसाद शर्मा के नाम पर 0.271 हैक्टेयर रकबा जमीन दिनांक 8 अप्रैल 2010 एवं 12 मई 2010 को खरीदा था! उसके बाद से ही मुरलीधर अग्रवाल के द्वारा बिना टाउन एवं कंट्री प्लानिंग के अनुमति के उक्त भूमि को बिना डायवर्सन कराये प्लाट काट के बेचना प्रारम्भ किया। उक्त तीनो कर्मचारियों के नाम से खरीदी गई बेनामी सम्पत्ति से मुरलीधर अग्रवाल एवं उनके 3 नो नौकरो ने मिलकर छत्तीसगढ़ शासन को राजस्व की खूब क्षति पहुंचाते हुए भारी मुनाफा कमाया गया। उक्त अवैध कालोनी में लगभग 54 प्लाट काट के बेचे गए हैँ।
*📕खरसिया नगरपालिका की पुरानी कमेटी ने बना दिया अवैध कालोनी पर सरकारी सड़क* खरसिया के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कमल गर्ग एवं उनकी कमेटी ने गोपाल राईस मिल में निर्मित अवैध कालोनी में भूमाफियाओं एवं अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए आम जनता के टैक्स के लाखों रुपयों की राशि को सीमेंट कांक्रीट सड़क बनाने के लिए प्रस्ताव पास करके सड़क का निर्माण कर दिया गया। जिससे अवैध प्लाटिंग करने वाले माफियाओं के हौसले बढ़ गए एवं उक्त अवैध कालोनी के प्लाट,प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी उछाल आ गया।
📕गोपाल राईस मिल परिसर निवासी रोशन अग्रवाल ने की सड़क मद की भूमि की अवैध खरीदी-बिक्री की शिकायत* कहते हैं कि अवैध कारनामो की लिखित शिकायत पर विभाग के द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाती है। लेकिन जब सरकारी अमले के जिम्मेदार लोग ही वसूली एवं लूट खसोट के कारोबार में शामिल हो जाएं तो भला कार्यवाही कौन करेगा ..? ऐसा ही मामला गोपाल राईस मिल परिसर में सामने आया जब गुड़ाखू व्यवसायी स्व:मुरली धर अग्रवाल के मौत के बाद नौकर से भूमाफिया बन चुके हिमांसु अग्रवाल,मनोज शर्मा, राजेश शर्मा के द्वारा अपने मालिक के मौत एवं मालिक की बेटी को प्रॉपर्टी के बारे में पूरी जानकारी न होने का लाभ उठाकर लगातार मुरलीधर अग्रवाल के कर्मचारियों के द्वारा सड़क मद के लिए गोपाल राइसमिल परिसर में छोड़ी गई रिक्त भूमि हल्का पटवारी खरसिया 22 से सांठगांठ करके सड़क मद के लिए आरक्षित भूमि खसरा न.516/19 क रकबा 0.066 हेक्टेयर में से रकबा 0.026 को नक्सा चिन्हांकित कर दिनाँक 16/03/23 को बिक्री नकल जारी कर अवैध खरीदी बिक्री को सहयोग प्रदान किया गया है। जबकि उक्त खरीदी बिक्री एवँ खातेदारों के सड़क मद की भूमि रकबा को उनके खाते से काटने एवं शून्य करने एवँ अवैध प्लाटिंग की जांच एवं कार्यवाही हेतु दिनाँक 13/02/23 को लिखित आवेदन खरसिया तहसीलदार एवं खरसिया हल्का पटवारी को दिया गया था। किंतु उक्त शिकायत पर जांच ,कार्यवाही के बावजूद अवैध रूप से बिक्री नकल जारी किया गया जिसकी लिखित शिकायत एवँ अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही के लिए दिनाँक 21/03/23 को कलेक्टर रायगढ़, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खरसिया, जिला पंजीयक रायगढ़, तहसीलदार खरसिया सहित राजस्व मंत्री को लिखित शिकायत कालोनी वासी रोशन अग्रवाल द्वारा किया गया है। किंतु राजस्व विभाग के कर्मचारियों के द्वारा भूमाफियाओं के साथ मिलभगत करके राजस्व विभाग एवँ छत्तीसगढ़ सरकार को राजस्व की क्षति पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जिससे भूमफ़ियाओ के हौसले बुलंद है।

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