अवतरण दिवस 8 नवंबर के दिन 1 फूलमाला के लिये तरसे शहीद जन नायक नंदकुमार पटेल -विशाल स्मारक स्थल पर नही किया गया नगर सरकार – नगर कांग्रेस द्वारा पुष्पांजलि समर्पित…लोगों ने पूछा सवाल क्या सिर्फ व्होट बैंक के लिए होगा शहीद नंदू भैया के नाम का इश्तेमाल…..??

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
🎴अवतरण दिवस 8 नवंबर के दिन 1 फूलमाला के लिये तरसे शहीद जन नायक नंदकुमार पटेल -विशाल स्मारक स्थल पर नही किया गया नगर सरकार – नगर कांग्रेस द्वारा पुष्पांजलि समर्पित
🎴नंदू भैया के नाम से व्होट मांगने वालों-रोडपति से लेकर करोड़पति नेता तक अपने लाडले नेता को भूले
🎴खरसिया विधानसभा से शहादत के नाम पर 2 बार विधायक बन चुके है पुत्र उमेश पटेल
🎴8 नवम्बर 2021 को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित छत्तीसगढ़ के दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने किया था अनावरण
*🎴खरसीया/छत्तीसगढ़🎴* आज नंदकुमार पटेल रहते तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री होते – कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के द्वारा भावात्मक अपील के माध्यम से आज से मात्र 4 दिन पूर्व ही खरसिया महात्मा कॉलेज में महती आमसभा के इमोशनल कार्ड खेलते हुए कांग्रेस के खरसिया विधानसभा प्रत्यासी उमेश पटेल को मंच में सभी के सामने प्रेजेंट किया था। लेकिन कहते है इंसान के जाने के बाद सिर्फ उनकी यादे ही शेष रह जाती है। लोग सिर्फ उनके नाम का सहारा लेकर अपनी राजनीति एवं बिजनेस चमकाते है। ऐसे ही नजारा खरसिया में नजर आया जब खरसिया के अजेय योद्धा 5 बार विधायक अविभाजित मध्यप्रदेश में गृहमंत्री, छत्तीसगढ़ में गृहमंत्री सहित पीसीसी चीफ तक रह चुके है। आज उनके शहादत के नाम पर खरसिया में व्होट मांगने वाले उनके विधायक पुत्र उमेश पटेल सहित खरसिया नगर सरकार के निर्वाचित जनप्रतिधि-नगर कांग्रेस के कद्दावर नेताओं सहित महोदय के नाम का सहारा लेकर रोडपति से करोड़पति बन चुके नेताओं को तक मिलकर अपने लाडले नेता के विशाल स्मारक पर माल्यार्पण एवं श्रद्धांजलि देना तक भूल गए।
खरसिया छत्तीसगढ़ में 04 नवंबर को कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के द्वारा क्या कहा गया था। खरसियावासियों के लिए कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे स्व. नंदकुमार पटेल क्या मायने रखते हैं, यह वहां के लोग ही जानते हैं। लोगों के इस भाव को राहुल गांधी ने भी समझा और जिक्र भी किया। उन्होंने 4 नवम्बर शनिवार को खरसिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आज अगर स्व. नंदकुमार पटेल होते तो छग के मुख्यमंत्री वही होते। उनके साथ अन्याय हुआ। उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस के पोस्टर बॉय और सर्वाधिक लोकप्रिय नेता राहुल गांधी ने खरसिया में चुनावी सभा ली। इस दौरान उन्होंने आठ विधानसभा क्षेत्रों के लिए वोट मांगे। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे राहुल गांधी खरसिया के एमजी कॉलेज के ग्राउंड में सभा स्थल पर पहुंचे। हेलीकॉप्टर से मंच तक लोगों का अभिवादन करते हुए पहुंचे। उनके साथ छग प्रभारी कुमारी सैलजा और विधानसभा अध्यक्ष और सक्ती से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. चरणदास महंत भी पहुंचे थे। खरसिया कांग्रेस प्रत्यासी एवं शहीद नंदकुमार पटेल के उमेश पटेल के द्वारा भी खरसिया वासियों से भावनात्मक व्होट अपील किया था। किन्तु अपने शहीद पिता के नाम पर व्होट मांग के 2 बार विधायक एवं 1 बार मंत्री बनने वाले उमेश पटेल भी अपने पिता के स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि देने तक नही पहुंचे थे। खबर लिखे जाने तक किसी भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं अथवा नेता के द्वारा अपने लाडले नेता को उनके अवतरण दिवस पर श्रद्धांजलि नही देने से खरसिया के नागरिकों में यह चर्चा आम हो गई है कि क्या शहीद नंदकुमार पटेल को सिर्फ व्होट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते है कांग्रेसी फिलहाल कांग्रेसियों की घोर लापरवाही की सर्वत्र निंदा की जा रही है।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space