ठेठ छत्तीसगढ़िया नेता शहीद नंदकुमार पटेल नंदू भैया के जन्मदिवस की अवसर पर आज शहीद स्मारक भवन खरसिया में आदमकद प्रतिमा का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हांथो होगा अनावरण…
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*ठेंठ छत्तीसगढ़ी भाषा से बातचीत खास पहचान थी नंदू भैया की*
*10 फिट दूर से प्रत्येक कार्यकर्ता अथवा नागरिकों को नाम से पुकारते थे नंदू भैया*
*कोई नही कर सकता कमीं को आपकी पूरी— हमेशा लोगों के दिलों में है जिनकी याद-नंदू भैया*
*प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए मर मिटने को रहते थे तैयार-हर किसी के सुख एवं दुःख में होते थे शामिल*
*शत शत नमन नंदेली के लाल-नंदकुमार पटेल(नंदू भैया)🌺🌻🌺🌸सादर नमन🌺🌻🌺🌸*
*खरसिया/छत्तीसगढ़* आज 8 नवंबर को खरसिया विधानसभा क्षेत्र के अजेय योद्धा जन नायक छत्तीसगढ़ के निवासियों के आन बान शान के लिए सदैव संघर्षरत शहीद नंदकुमार पटेल जी के आदमकद प्रतिमा का अनावरण खरसिया लोकनिर्माण विश्राम गृह के सामने शहीद स्मारक स्थल में छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं खरसिया के लोकप्रिय विधायक उमेश पटेल (उच्च शिक्षा मंत्री) सुपुत्र स्व: नंदकुमार पटेल सहित छत्तीसगढ़ शासन के अन्य अतिथियों के गरिमा मय उपस्थिति में सम्पन्न होगा।
इस अवसर पर खरसिया कालेज मैदान में एक विशाल आम सभा को भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा सम्बोधित किया जाएगा। कल लगभग 1:30 बजे हेलिकॉफ्टर के द्वारा मुख्यमंत्री एवं अतिथियों का आगमन कालेज मैदान में होगा। आयोजन को सफल बनाने के लिए जोरशोर से तैयारियां की गई है। लगभग 5 हजार नागरिको के बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था भी की गई है।
आज जब खरसिया के लोकप्रिय जन जन के चहेते नेता शहीद नंदकुमार पटेल आज भले ही हमारे बीच नही है लेकिन आज भी उनकी सैकड़ों जीवंत बाते एवं यादें जहन में जिंदा है।
*📕ठेठ छत्तीसगढ़ी में बातचीत थी उनकी विशेष पहचान*
जब भी शहीद नंदकुमार पटेल जी जब अविभाजित मध्यप्रदेश के जल संसाधन मंत्री थे रेल्वे स्टेशन आते ही हजारो की संख्या में लोग उन्हें स्टेशन में मुलाकात करने उनकी 1 झलक पाने को रात को खड़े रहते थे। जब छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री बने तब भी उनके चेहरे पर थोड़ा सा भी अहंकार नजर नही आता था। बड़े ही सादगी के साथ ट्रेन से खरसिया स्टेशन में उतरते ही ठेठ छत्तीसगढ़ी भाषा मे कार्यकर्ताओं को उनके नाम से पुकारते थे। चाहे ठंड हो या बरसात या फिर गर्मी कभी भी ऐसा कोई वक्त नही आया जब उनके खरसिया आगमन पर उनके समर्थकों की संख्या स्टेशन पर कभी घटी हो। सरकार बदलने के बाद भी जब छत्तीसगढ़ पीसीसी के अध्यक्ष थे उतने की उत्साह के साथ वो कार्यकर्ताओं से मिलते थे।
*📕रविवार मदनपुर कांग्रेस कार्यलय में लगता था कार्यकर्ताओं का हुजूम*
प्रत्येक रविवार को खरसिया विधानसभा के ग्राम मदनपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय में नंदकुमार पटेल की एक झलक पाने के लिए न सिर्फ खरसिया विधानसभा से बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ से हजारों की संख्या में लोग अपनी फरियाद एवं आवेदन, समस्या,शिकायत लेकर आते थे। बड़ी ही सादगी एवं शालीनता से नंदकुमार जी उनको समाधान एवं जवाब देते थे। दिल्ली के 10 जनपथ की तरह खरसिया मदनपुर कांग्रेस कार्यालय की अपनी एक अलग पहचान हुआ करती थी।
*📕 खरसिया विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों के हर सुख दुःख में होते थे शामिल*
खरसिया विधानसभा क्षेत्र के किसी भी नागरिक के घर मे सुख अथवा दुःख की खबर मिलते ही नंदकुमार पटेल अपने प्रोटोकॉल की परवाह किये बगैर हर किसी के सुख दुःख में शामिल होने पहुंच जाते थे। गांव गांव के लोग उन्हें बड़े ही आत्मीयता से अपने परिवार के सदस्य की तरह मानते थे।
*📕10 फिट दूर से देखते ही ठेठ छत्तीसगढ़ी में लोगों को उसके नाम से पुकारते थे नंदकुमार पटेल*
दूर से देखते ही लगभग अधिकतर लोगों को उनके नाम लेकर छत्तीसगढ़ी भाषा मे ही बात करना नंदकुमार पटेल जी को ज्यादा पसंद था। यही कारण था कि वो खरसिया विधानसभा के हर गांव गरीब जनता के दिलों में बसते बसते थे एवं हमेशा अजेय योद्धा रहे ।
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