हमें क्यों 4 बच्चे पैदा करना चाहिए…. बीजेपी नेता नवनीत राणा ने क्यों कही बात….? पढ़े पूरी खबर
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📕मुंबई 📕भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता नवनीत राणा ने मंगलवार (23 दिसंबर) को कहा कि हिंदुओं को कम से कम तीन-चार बच्चे पैदा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह इसलिए जरूरी है ताकि उन लोगों की साजिशों का मुकाबला किया जा सके जो बड़ी संख्या में बच्चे पैदा करके हिंदुस्तान को पाकिस्तान में बदलना चाहते हैं।
पूर्व निर्दलीय सांसद राणा ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, “मैं सभी हिंदुओं से अपील करती हूं। सुनिए, ये लोग खुलेआम कहते हैं कि इनकी चार पत्नियां और 19 बच्चे हैं। मेरा सुझाव है कि हमें कम से कम तीन-चार बच्चे पैदा करना चाहिए।”
उन्होंने यह बयान एक सवाल का जवाब दिया। राणा ने कहा, “मुझे नहीं पता कि वह मौलाना है या कोई और, लेकिन उसने कहा कि उसके 19 बच्चे और चार पत्नियां हैं। लेकिन वह 30 बच्चों की संख्या पूरी नहीं कर पाया। वे बड़ी संख्या में बच्चे पैदा करके हिंदुस्तान को पाकिस्तान में बदलना चाहते हैं, तो हम सिर्फ एक बच्चे से क्यों संतुष्ट हो जाएं? हमें भी तीन से चार बच्चे पैदा करने चाहिए।”उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के बीच बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) चुनाव के लिए गठबंधन की संभावनाओं को भाव नहीं दिया।
राणा ने कहा, “उद्धव ठाकरे बेबसी का पर्याय बन गए हैं। नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के लिए उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को प्रचार के लिए बाहर नहीं निकाला। अगर कोई उद्धव ठाकरे के साथ जुड़ता भी है, तो उसका प्रदर्शन स्थानीय निकाय चुनाव से भी बदतर होगा।”
बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के खिलाफ भगवा झंडे लिए और नारे लगाते हुए विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के सैकड़ों समर्थकों ने मंगलवार को कड़ी सुरक्षा वाले बांग्लादेश उच्चायोग के पास बैरिकेड हटा दिए। इसके बाद उनकी पुलिस से झड़प हो गई। जब पुलिस भीड़ को काबू करने की कोशिश कर रही थी तो उस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई बैरिकेड हटा दिए।पड़ोसी देश में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के खिलाफ हिंदू संगठनों द्वारा घोषित प्रदर्शन से पहले सुबह उच्च सुरक्षा वाले इस इलाके में पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई थी। इलाके में सात स्तर पर बैरिकेड्स लगाए गए। साथ ही पुलिस तथा अर्धसैनिक बल की अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात किया गया। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन से पहले 15,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को उच्चायोग से लगभग 800 मीटर दूर रोक दिया। प्रदर्शनकारियों को उच्चायोग तक पहुंचने से रोकने के लिए डीटीसी की बसों को बैरिकेड के तौर पर खड़ा किया गया था। बांग्लादेश में 18 दिसंबर को कपड़ा फैक्टरी में काम करने वाले 25 वर्षीय दीपू चंद्र दास को मैमनसिंह के बालुका में ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। फिर उसके शव को आग लगा दी। पुलिस के मुताबिक, दास को पहले फैक्टरी के बाहर भीड़ ने पीटा और फिर एक पेड़ से लटका दिया तथा उसके शव को आग लगा दी।
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