खरसिया – राममंदिर के सामने हनुमान मंदिर को छायादेने वाले कोसम के वृक्ष की कटर मशीन से की गई दर्दनाक कटाई,
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
खरसिया राममंदिर के सामने कोसम के वृक्ष की कटर मशीन से की गई कटाई
कारण पूछने पर दुकानदार कन्हैया यादव ने कहा गुम्मबद ऊँचा करेंगे इसलिए मैंने कटवाया
खरसिया राममंदिर के ठीक सामने राम जी के सेवा में उपस्थित दक्षीण मुखी हनुमान मंदिर से लगा हुआ कोसम का विशाल घने छायादार वृक्ष की आज कटाई कर दी गई सायं सूर्यास्त वहाँ जो बहुत पुराना वृक्ष है स्वयं संकटमोचन हनुमान जी को मंदिर को छाया प्रदान कर रहा था ऐसे फलदार वृक्ष की कटाई छटाई कर दी गई ज़ब हमारे द्वारा पेड़ को काटने वालों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कन्हैया यादव के द्वारा कटवाया जा रहा है हमलोग उसके कहने पर काट रहें हैं बताया गया कटाई करने वाले बकायदा मशीन लेकर आये थे वन विभाग के अंदर काम करतें हैं कहा, कुछ खरसिया कुछ नवापारा के मजदूर थे इस पेड़ के बहुत पास जिनकी दुकाने हैं उन्होने कहा हमको कोई जानकारी नहीं क्यों काट रहें हैं कुछ नहीं बताया है.
इस वृक्ष से कुछ दूर स्थित फोटो स्टूडियो के दुकानदार कन्हैया यादव ने बताया कि मंदिर के गुम्बद को ऊँचा और नवीकरण के लिए कटवाया हूं जनसहयोग से मंदिर को और ऊपर करवाने की योजना बनाया हूं 3-4 दिन में कार्य शुरू करने की बात कही है… बतादे की इस वृक्ष से खट्टे मीठे कोसमके मजेदार फल मिलतें हैं मैंने कई बार खाया है आसपास के दुकानदारों को घनी छाया और ठंडी हवा मिलती है बिना प्रशासन के अनुमति के फलदार छायादार पेड़ो को काटना वो भी ऐसी परिस्थितियों में ज़ब उस पेड़ से किसी को कोई नुकसान नहीं है उलटे मंदिर को भी अपने संरक्षण में रखने वाले घना फलदार छायादार पेड़ को कटते देख लोगों के आँखों में आँसू आ गए लेकिन यहाँ वृक्ष को कटवाने वाले ने मंदिर के गुमबज को ऊँचा उठाने की बात कही जबकि मंदिर के हिसाब से मंदिर का गुमबद बिल्कुल सही है दीनदहाड़े छायादार पेड़ो की कटाई भरी आवाजाही वाले व्यस्ततम रोड में यातायात व्यवस्था बाधित करके,लोगों की समझ से परे था
सायं के समय ज़ब सनातन संस्कृति में पत्ते को सायंकाल हिलाया तक नहीं जाता उस समय भरे बाजार में राम मन्दिर के सामने के कोसम के वृक्ष के आधे से अधिक हिस्से की कटाई कर दी गई है काटने वालों से ज़ब अनुमति की बात मैंने पूछा तो किसी भी प्रकार की अनुमति का न होना बताया गया व्यापार के ज़ब हम ही हमें छाया देने वालें पेड़ो की कदर नहीं करेंगे उन्हें नहीं बचाएंगे तो फिर हमको कोई अधिकार नहीं छाया खोजने का बने बनाएं मंदिर के गुमबद को ऊँचा करने की बात समझ से परे है -वृक्ष मित्र,पर्यावरण मित्र प्रकृति प्रेमी एक सजग पत्रकार सजग नागरिक होने के नाते वन विभाग स्थानीय प्रशासन जिला प्रशासन को सादर सूचनार्थ
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space