धान खरीदी केंद्रों में जारी किसानों से लूट का खुला खेल….प्रतिदिन लाखों की अवैध उगाही…किसान नेता ने लगाया आरोप…पढ़े क्या है पूरा मामला।
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धान खरीदी केंद्रों में जारी किसानों से लूट का खुला खेल….प्रतिदिन लाखों की अवैध उगाही…किसान नेता ने लगाया आरोप…पढ़े क्या है पूरा मामला।
*📕खरसिया/रायगढ़📕* कहने को तो वर्तमान सरकार किसानों की हितैसी सरकार है किसानों के द्वारा व्यापक पैमाने में समर्थन एवं व्होट के कारण ही 15 साल तक सत्ता में काबिज बीजेपी के रमन सिंह की सरकार को किसानों के आक्रोस का दंश झेलना पड़ा एवं कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में पूर्ण समर्थन के साथ बनी आज छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा किसानों के लिए राजीव न्याय योजना अंतर्गत विभिन्न प्रकार की सहायता एवं विभिन्न प्रकार के अनुदान प्रदान किये जा रहे हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में सत्ता के वापसी के लिए बेकरार बीजेपी नेताओं (विपक्ष) के कमजोरी का परिणाम है कि आज छत्तीसगढ़ के अधिकतर धान खरीदी केंद्रों सेवा सहकारी समितियों में किसान संगठित लूट के शिकार हो रहे है। छत्तीसगढ़ पिकप के पूर्व अध्यक्ष एवँ किसान नेता बालक राम पटेल ने सनसनी खेज आरोप लगाया है कि सत्ता पक्ष की लापरवाही एवं विपक्ष की उदासीनता का परिणाम है कि आज धान खरीदी केंद्रों में किसानों से समिति के प्रबंधकों द्वारा लूट की खुली छूट के कारण प्रति किसान प्रतिदिन लगभग 1 धान खरीदी केंद्रों में लगभग 3 से 4 लाख रु की अवैध वसूली का खेल जारी है। लगभग प्रत्येक धान खरीदी केंद्रों में किसानों से प्रति कट्टा 3-4 रु धान भराई के नाम पर वसूला जा रहा है वहीं लगभग प्रत्येक किसानों से कट्टा के पीछे लगभग 2-3 किलो धान का अतिरिक्त तौल किया जा रहा है। मतलब 1 कट्टा के पीछे किसानों से लगभग 75-78 रु की अवैध उगाही खुलेआम जारी है। एक दिन में लगभग प्रत्येक केंद्रों में 2 हजार क्विंटल धान मतलब 5000 कट्टा प्रतिदीन खरीदी किया जा रहा है। मतलब प्रतिदिन लगभग 3 लाख 90 हजार रु की अवैध वसूली एक धान खरीदी केंद्र में की जा रही है। रायगढ़ जिले में लगभग 125 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से प्रतिदिन छत्तीसगढ़ के माटीपुत्रो देश के अन्न दाता किसानों से लगभग 50 लाख रु की अवैध उगाही का खुला खेल चल रहा है। ऐसा नही है कि इस खेल के बारे में सत्तासीन विधायकों एवं निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को अथवा विपक्ष को जानकारी नही है। लेकिन सत्ता पक्ष के सरंक्षण में चल रहे उक्त किसानों से लूट के खेल को केंद्र में सत्ता में काबिज एवं वर्तमान में छत्तीसगढ़ में विपक्ष में प्रमुख दल बीजेपी के द्वारा किसी भी प्रकार से आवाज नही उठाने के कारण किसान लूट एवं ठगी के शिकार हो रहे है। ज्ञात हो कि खरसिया में कांग्रेस के सभा के दौरान कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा किसानों के धान के समर्थन मूल्य में वृद्धि एवं 300 रु बोनस की घोषणा मात्र से किसानों ने छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों से काबिज बीजेपी की सत्ता को उखाड़ फेंका था। लेकिन वर्तमान में छत्तीसगढ़ के बीजेपी (विपक्ष) के द्वारा लगभग 30% धान खरीदी पूर्ण होने के बाद भी किसानों की मूलभूत समस्या पर कोई आवाज बुलंद नही करने से भ्रस्टाचार करने वाले समिति प्रबंधकों के हौसले बुलंद है। फिलहाल यदि किसानों से लूट का यह खेल जारी रहता है तो आगामी समय मे किसानों के आक्रोश का सामना वर्तमान सत्ताधारी दल को करना पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ में हाल ही में 125 करोड़ रु के पीडीएस चांवल घोटाला के बाद यह एक और बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।
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