कांग्रेस पार्षद संजना शर्मा आत्महत्या मामला📕बढ़ सकती है अमित पांडेय की मुश्किलें-पुलिस ने किया पीड़िता का मोबाईल-सायबर सेल की टीम जांच में जुटी…
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*📕कांग्रेस पार्षद संजना शर्मा आत्महत्या मामला📕बढ़ सकती है अमित पांडेय की मुश्किलें-पुलिस ने किया पीड़िता का मोबाईल-सायबर सेल की टीम जांच में जुटी*

*📕रायगढ़ एसपी की दो टूक नही बख्से जाएंगे मामले के आरोपी-जल्द पुलिस पूरे मामले की जड़ तक पहुंचेगी*

*📕हल्लाबोल पोर्टल का संचालक अपराध क्रमांक 196 /22 धारा 306 में है जिला जेल रायगढ़ में बंद* *📕

रायगढ़/छत्तीसगढ़📕* वैसे तो सभी जानते है कि निष्पक्ष पत्रकारिता समाज को न्याय दिलाने एवं अपराधियों को सजा दिलाने का कार्य करता है। लेकिन जब कोई इंसान पत्रकारिता के आड़ में ब्लैकमेलिंग एवं भयादोहन को अपना कारोबार बना ले ,किसी भी इंसान या संस्थान के बारे में उल जुलूल मिथ्या खबरे प्रकाशित करें जिससे मजबूर होकर यदि किसी तेजतर्रार कांग्रेस की महिला पार्षद को लिखित शिकायत एवँ सोसाइड नोट उस ब्लेकमेलर पत्रकार के नाम से लिखकर आत्महत्या तक करनी पड़ जाए तो निश्चित तौर पर यह पत्रकारिता नही बल्कि अपराध है। दूसरा महत्वपूर्ण पहलू यदि किसी के द्वारा ऐसे घृणित अपराध किये जायें एवँ कुछ लोग उसे सरंक्षण देने में लगे हो तो ऐसे लोगों के उक्त अपराध में संलिप्तता की संभावना से भी इंकार नही किया जा सकता है। विगत दिनों रायगढ़ नगर निगम में कांग्रेस की वार्ड 27 से तेज तर्रार मिलनसार दबंग पार्षद ने प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर लिया था। जैसे ही रायगढ़ की बेटी संजना की मौत की खबर शहर में फैली सभी तरफ संजना के मौत पर आश्चर्य जताते हुए लोगों में मौत के कारणों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। तब रायगढ़ के ही एक पार्षद को संजना के द्वारा अपने मृत्यु से 3-4 दिन पूर्व लिखित शिकायत थाना प्रभारी चक्रधर नगर के नाम wtsp पर भेजा था हालांकि वह आवेदन संजना के मौत के बाद सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया लेकिन एक बात यहाँ सवाल खड़ा करती है कि आखिर यह आवेदन जब तैयार किया गया था तो यह आवेदन सम्बंधित अधिकारी तक पहुंचा क्यों नही। यदि यह आवेदन समय रहते पुलिस अधिकारी तक पहुंच जाता तो निश्चित तौर पर संजना आज हम सब के बीच होती एवँ आरोपी सलाखों के पीछे। लेकिन वर्तमान में जेल में बंद ब्लेकमेलर अमित पांडेय के पीछे रायगढ़ बीजेपी एवँ कांग्रेस के कुछ नेताओं सहित पत्रकारिता के क्षेत्र के कुछ लोग भी हैं जो अपने स्वार्थों की पूर्ति नही होने पर ऐसे ब्लेकमेलर के सहारे पित पत्रकारिता करके न जाने कितने परिवारों को बर्बाद कर चुके हैं। पहले भी बीजेपी की महिला नेत्री दुर्गा देवांगन एवँ सुशीला चौहान के द्वारा विभिन्न थानों में उक्त ब्लेकमेलर अमित पांडेय एवँ उसकी टीम के विरुद्ध लिखित शिकायत दिया जा चुका है। वही दर्जनों लोग अभी भी शिकायत करने तैयार है। लेकिन संजना के मौत के जिम्मेदार अमित पांडेय के पीछे कांग्रेस एवं बीजेपी सहित पत्रकारिता के कुछ ठेकेदार है जो आज भी पूरे मामले को दबाने एवँ संजना के मौत के सबूतों को नष्ट करने में जुटे हुए हैं। लेकिन पूरे मामले में जिसतरह से चक्रधर नगर थाना के तेजतर्रार थाना प्रभारी अभिनवकान्त सिंह ने रायगढ़ एसपी अभिषेक मीणा के सफल मार्गदर्शन में बिना समय गंवाए अमित पांडेय को गिरफ्त में लिया काबिले तारीफ है। शुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार अमित पांडेय के गिरफ्तारी के बाद अमित पांडेय के फेसबुक पेज से अनेकों पोस्ट डिलीट किये गए है साथ ही अमित पांडेय के फेसबुक पेज भी डिलीट होने की बात सामने आ रही है। संजना के मौत के 3 माह के भीतर अमित पांडेय के काल डिटैल एवँ सोसल मीडिया के पोस्ट एवँ चैटिंग की जांच होने से अनेक सफेदपोश लोगों के चेहरे से भी नकाब हटेगा जो कि रायगढ़ की बेटी संजना के मौत के लिए जिम्मेदार है।
*📕रायगढ़ पुलिस कप्तान सहित उनकी पूरी टीम से पर्दाफ़ाश न्यूज की अपील है कि जल्द से जल्द संजना एवँ अमित पांडेय के मोबाईल से जानकारी जुटाकर संजना के मौत के आरोपियों को जेल भेजा जाए। ताकि बेटी बचाओ के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित रायगढ़ जिले की बेटी को न्याय मिल सके)
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