*⭕कोरोना काल मे स्कूली बच्चों से 3 माह की अग्रिम फीस वसूली सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन खरसिया को पड़ा महंगा⭕एक्शन मोड में आये खरसिया एसडीएम अभिषेक गुप्ता – बीईओ खरसिया को दिए जाँच एवँ कार्यवाही के निर्देश*
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*⭕कोरोना काल मे स्कूली बच्चों से 3 माह की जबरन फीस वसूली सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन खरसिया को पड़ा महंगा*
*⭕एक्शन मोड में आये खरसिया एसडीएम अभिषेक गुप्ता – बीईओ खरसिया को दिए जाँच एवँ कार्यवाही के निर्देश*
*⭕सामाजिक कार्यकर्ता-पत्रकार आरती वैष्णव ने किया था छात्रों-अभिभावकों के शोषण के सम्बंध में लिखित शिकायत*
*⭕सरकारी आदेशो की अवहेलना कर प्रबंधक राजेश अग्रवाल 3 माह के फीस वसूली का चला रहा था तुगलकी फरमान*
*⭕जांच में आ सकती है अनेक अनियमितता सामने-स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह की स्मारक पर कब्जा करने सहित अवैध निर्णाण एवँ लीज समाप्त होने का भी आरोप*
प्रबंधक/ व्यवस्थापक राजेश अग्रवाल सरस्वती शिशु मंदिर खरसिया
*📕खरसिया/रायगढ़📕* खरसिया सरस्वती शिशु मंदिर के प्रबंधक राजेश अग्रवाल द्वारा कोरोना काल मे राज्य सरकार के निर्देशों की अवहेलना कर जबरन कक्षा अरुण-उदय(नर्सरी) से 12 वीं तक के स्कूली छात्र-छात्राओं से 31 जुलाई एडमिशन का अंतिम तारीख बता के जबरन एडमिशन फीस के अतिरिक्त 3 माह जुलाई, अगस्त, सितंबर के मासिक फीस का जबरन भुगतान लिया जा रहा था। 3 माह के मासिक शुल्क का भुगतान नही करने पर बच्चों को एडमिशन नही देने ब्लैकमेल भी स्कूल प्रबंधन द्वारा किया जा रहा था। उक्त तुगलकी फरमान के कारण जहाँ सैकड़ो बच्चों का एडमिशन नही हो पाया वहीं सैकड़ो अभिभावकों को आर्थिक एवँ मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा है। जिस कारण अभिभावकों को बच्चों का फीस जमा करने 3-5 % में कर्ज तक लेना पड़ा है।
उक्त मामले की जानकारी एवँ शिकायत प्राप्त होने पर सामाजिक कार्यकर्ता एवँ पत्रकार श्रीमती आरती वैष्णव ने गम्भीरता से लेते हुए पहले विद्यालय के प्रचार्य एवँ स्टॉफ सहित प्रबंधन से बच्चों का एकसाथ तीन माह का फीस न लेने का आग्रह किया गया था। लेकिन पूरी तरह से व्यापार चला रहे स्कूल के प्रबंधन के तुगलकी फरमान 3 माह जुलाई अगस्त सीीतम्बर भुगतान के सम्बंध में लिखित शिकायत खरसिया एसडीएम सहित छग शासन के 1) श्रीमान शिक्षा मंत्री महोदय
छ.ग. शासन रायपुर (प्रभारी मंत्री रायगढ़)
2) श्रीमान उमेश पटेल जी उच्च शिक्षा मंत्री छ.ग. शासन (विधायक खरसिया)
3) कलेक्टर महोदय जिला रायगढ़ छ.ग.
4) श्रीमान जिला शिक्षा अधिकारी महोदय जिला- रायगढ़ छ.ग.
5) श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी महोदय
खरसिया जिला-रायगढ़ (छग)
6) श्रीमान विकास खंड शिक्षा अधिकारी महोदय खरसिया जिला रायगढ़ छ.ग.
को लिखित आवेदन के माध्यम से दी गई जिसमें शिशु मंदिर खरसिया प्रबन्धन द्वारा फीस की अवैध वसूली पर कार्यवाही करने निवेदन किया गया था।
श्रीमती आरती वैष्णव सामाजिक कार्यकर्ता प्रधान सम्पादक(साप्ताहिक जवाबदार भारत-पर्दाफ़ाश ऑनलाइन न्यूज) टाउन हॉल के पास खरसिया जिला रायगढ़ के शिक़ायत को गम्भीरता से लेते खरसिया के नवपदस्थ एसडीएम अभिषेक गुप्ता ने तत्काल खरसिया विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए गए है।
एसडीएम खरसिया के आदेश पर बीईओ खरसिया द्वारा 3 अगस्त 12 बजे तक बीईओ कार्यलय पहुंच के स्कूल प्रबंधन को अपना पक्ष रखने एवँ दस्तावेज प्रस्तुत करने आदेश दिया गया है।
एसडीएम खरसिया के उक्त आदेश से जहाँ हज़ारों अभिभावकों में शासन प्रशासन के प्रति विश्वास जागृत हुआ है वहीं स्कूल प्रबंधन में हड़कम्प व्याप्त है।
शिकायत पत्र में निम्न बातों का उल्लेख किया गया है।
1) यह कि गत शिक्षा वर्ष 2020-21 में कोविड 19 (कोरोना संक्रमण) के कारण साल भर विद्यालय में नियमित पढ़ाई बन्द था। जिस कारण बच्चों को वट्सप ग्रुप में शिक्षकों द्वारा मात्र प्रश्न-उत्तर लिख के भेजा जाता था।
2) यह कि माननीय छग उच्च न्यायालय के द्वारा ऑनलाइन शिक्षा के कारण निजी स्कूलों के 100% फीस वसूली पर रोक के बावजूद सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल प्रबंधन खरसिया द्वारा बच्चों की बिना पूर्ण फीस भुगतान के अंकसूची प्रदान नही किया गया है जबकि राज्य सरकार के द्वारा कक्षा 8 वीं तक समस्त क्षात्रों को उत्तीर्ण घोषित किया गया है।
3) यह कि सरस्वती शिशु मंदिर खरसिया प्रबंधन के द्वारा पाठ्य पुस्तक निगम छ.ग.शासन के पुस्तको का वितरण भी बच्चों से एडमिशन फीस के साथ 3 माह जुलाई, अगस्त ,सितंबर, तक का अग्रिम फीस भुगतान के पश्चात ही दिया जा रहा है।
4) यह कि कोरोना संक्रमण के कारण जहाँ अभिभावकों की आर्थिक स्थिति खराब है वहीं स्कूल प्रबंधन द्वारा राज्य सरकार के मात्र 10 वीं-12 वीं के कक्षाओं के नियमित क्लास लगाने के निर्देश के बावजूद जून – जुलाई माह से ही अभिभावकों से दबावपूर्ण 100% एडमिशन फीस एवँ 3 माह का ट्यूशन फीस जमा करने दबाव बनाया जा रहा है। जमा नही करने के स्थिति में राज्य सरकार द्वारा वितरण किये जाने वाले पुस्तकें भी निःशुल्क नही दी जा रही है।
5) यह कि बच्चों को wtsp ग्रुप के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा के नाम से बनाये गए ग्रुप में भी स्कूल के शिक्षकों द्वारा धमकी-चमकी ब्लैक मेल किया जा रहा है।
6) यह कि सरस्वती शिशु मंदिर खरसिया का संचालन भी वर्तमान में जिस भवन में किया जा रहा है उक्त भवन की भूमि शासकीय नजूल भूमि है जिसका लीज भी नगरपालिका द्वारा 2-3 वर्ष पूर्व समाप्त हो गया है।
7) यह कि सरस्वती शिशु मंदिर खरसिया द्वारा शहीद भगत सिंह जी के सरकारी स्मारक को भी जबरन अपने स्कूल के बाउंड्री के अंदर घेर लिया गया है। जिन्हें आजाद कराना जनहित में जरूरी है।
8) यह कि सरस्वती शिशु मंदिर खरसिया के संचालक मंडल के द्वारा वहां पढ़ने वाले बच्चों सहित उनके अभिभावकों एवँ पढ़ाने वाले शिक्षकों तक का आर्थिक मानसिक सामाजिक शोषण लगातार किया जा रहा है।
खरसिया नगरपालिका क्षेत्र शहर के मध्य स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर स्कूल द्वारा राज्य सरकार के नियमो एवँ निर्देशों की अनदेखी करते हुए लगातार सरकारी आदेशो का माख़ौल उड़ाया जा रहा है। जबकि रायगढ़ जिले में वर्तमान शिक्षा मंत्री महोदय प्रभारी मंत्री एवँ उच्च शिक्षा मंत्री महोदय स्थानीय विधायक है। शिशु मंदिर प्रबंधन के तानाशाही से राज्य सरकार की छबि धूमिल हो रही है।
अतः श्रीमान जी से सादर निवेदन है कि सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन खरसिया के मनमानी वसूली एवँ तानाशाही पर रोक लगाते हुए विद्यालय के समस्त अवैधानिक गतिविधियों की उच्च स्तरीय जाँच कराके कठोर कार्यवाही करने की कृपा करें ।
दिनांक-31/07/21 को दिए गए लिखित शिकायत पर खरसिया एसडीएम एवँ बीईओ द्वारा त्वरित कार्यवाही के निर्देश की खरसिया क्षेत्र सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है। इससे स्कूलों के लूट से आम जनता को राहत मिलने की बात कही जा रही है। आज 12 बजे स्कूल प्रबन्धन का बयान बीईओ कार्यलय में दर्ज किया जायेगा।
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