*नामकरण के साथ स्व. चनेश राम राठिया की प्रतिमा स्थापित करने नप.उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने की मंत्री शिव डहरिया से खास मुलाकात*
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*नामकरण के साथ स्व. चनेश राम राठिया की प्रतिमा स्थापित करने नप.उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने की मंत्री शिव डहरिया से खास मुलाकात*
*@नामकरण एवं प्रतिमा स्थापना होगी उनकी सच्ची श्रद्धांजलि*
*असलम खान धरमजयगढ़/ घरघोड़ा ब्यूरो* :- जहाँ एक ओर घरघोड़ा नगर पंचायत में हुए सामान्य सभा की बैठक के प्रथम एजेंडे में क्षेत्र के क़द्दावर कांग्रेसी नेता स्व. चनेश राम राठिया जी के नाम से बाइपास चौक (वार्ड6/5) छाल रोड का नामकरण,व शासकीय कालेज घरघोड़ा का नामकरण करने सर्व सम्मति से प्रस्ताव पास किया गया था।
जिसके बाद से भाजपा नेताओ ने अपनी छोटी मानसिकता को प्रदर्शित करते हुए इसका खुल के विरोध ज्ञापन प्रदर्शित किया वही एक क़थित फूल छाप कांग्रेसी ने नम्बर बढ़ाने हेतु प्रिंट व सोसल मीडिया में नगर पंचायत कार्यालय में प्रस्ताव की प्रशंसा न कर इन प्लेट फार्मों में की ……….
नग़र की इन घटिया राजनीति को लोग तरह तरह से देख रहे व बातें कर रहे ………..
ख़ैर इन सबमें युवा नेता नप उपाध्यक्ष उस्मान बेग द्वारा न केवल इस सोच को माननीय विधायक के समक्ष रखा, बल्कि इसे परिषद बैठक में रखने हेतु पत्र भी दिया गया था ,जिसे नियमानुसार प्रथम पंक्ति में जगह दी, बैठक में सभी ने स्व. चनेश राम जी के योगदान को याद करते हुए इस प्रस्ताव को सर्व सम्मिति से पारित किया था।
इसके पश्चात कुछ बिघ्न संतोषी लोग ने इस मुद्दे पर राजनीति चालू कर दी। जो इस शांत प्रिय नगर के महौल को दूषित करने लग गया।बता दें नगर पंचायत उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने बैठक में लिये निर्णय की जानकारी क्षेत्रीय विधायक लालजीत सिंह राठिया को दी ,तथा इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग के मंत्री शिव डहरिया से मुलाक़ात कर घरघोड़ा बाईपास चौक का नामकरण पूर्व मंत्री स्वर्गीय चनेश राम राठिया जी के नाम से करते हुये ,उनकी मूर्ति स्थापना हेतु 5 लाख रकम व कालेज नामकरण हेतु विभाग को निर्देश जारी करने हेतु पत्र सौंपा है।
युवा नेता उस्मान बेग ने स्व. चनेश राम राठिया जी के योगदान को याद करते हुए कहा की क्षेत्र के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक विकास व सुशासन पहुँचाने श्री राठिया सदैव संघर्षशील रहे। न केवल विकास कार्यो अपितु राजनीतिक जीवन मे आदर्शों व उसूलों के पथ पर बढ़ते हुए उन्होंने राजनैतिक सुचिता की जो नई परिभाषाएं गढ़ी, वो हर किसी के जेहन में अंकित है ।पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ अपनी राजनीति चमकाने के लिए रानीति सुचिता को भूल कर अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दे रहे है।
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