नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर और विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 97541 60816 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , *⭕छत्तीसगढ़ में भ्रस्ट नौकरशाही पर भड़के पूर्व सीबीआई जज प्रभाकर ग्वाल⭕छत्तीसगढ़ में BJP शासन काल से लंबित ACB, EOW के सैकड़ो प्रकरण पर कार्यवाही क्यों नही *दोषी अफसरों की बड़े बड़े पदों पर है ताजपोशी* – पर्दाफाश

पर्दाफाश

Latest Online Breaking News

*⭕छत्तीसगढ़ में भ्रस्ट नौकरशाही पर भड़के पूर्व सीबीआई जज प्रभाकर ग्वाल⭕छत्तीसगढ़ में BJP शासन काल से लंबित ACB, EOW के सैकड़ो प्रकरण पर कार्यवाही क्यों नही *दोषी अफसरों की बड़े बड़े पदों पर है ताजपोशी*

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

*⭕छत्तीसगढ़ में भ्रस्ट नौकरशाही पर भड़के पूर्व सीबीआई जज प्रभाकर ग्वाल⭕छत्तीसगढ़ में BJP शासन काल से लंबित ACB, EOW के सैकड़ो प्रकरण पर कार्यवाही क्यों नही ,दोषी अफसरों की बड़े बड़े पदों पर है ताजपोशी , पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल ने सरकार पर साधा निशाना व लंबित प्रकरणों को जल्द से जल्द कार्यवाही करने की मांग की,,,*

*⭕बिलासपुर⭕*

छत्तीसगढ़ राज्य में झीरम घाटी हत्याकांड को देश का सबसे बड़ा नरसंहार बताते हुए उक्त मामले में भी आजतक न्याय न मिलने सहित वर्तमान सरकार निर्वाचित विधायक की हत्याकांड सहित विभिन्न भ्रस्ट अफसरों को सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपे जाने से लगातार छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे भ्रस्टाचार एवं अन्याय पर तल्ख टिप्पणी की लगातार अखबारों में भ्रस्ट अधिकारियों के कारनामे छपने के बाद भी उन पर कार्यवाही न होने सहित विभिन्न मामलों में चल रहे धीमे न्याययिक जांच पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस अथवा न्यायपालिका अगर दोनों में से कोई एक भी 50 % सही काम करे तो भ्रस्टाचार एवं अपराध पर पूर्णतः अंकुश लग जायेगा। मीडिया को बयान के माध्यम से भ्रस्टाचारियो पर कठोर कार्यवाही करने एवँ लंबित न्याययिक जांच में गति लाने का अपील किया गया है।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

May 2025
M T W T F S S
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
262728293031