*जांजगीर चाम्पा जिले में पुलिस कर रही दिनदहाड़े लूट खसोट का कारोबार आरक्षक ने 70,000 का चूना लगाकर,जेल नही भेजने का किया सौदा संवेदनशील पुलिस अधीक्षक से पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाई*
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जांजगीर चाम्पा जिले में पुलिस कर रही दिनदहाड़े लूट खसोट का कारोबार आरक्षक ने 70,000 का चूना लगाकर,जेल नही भेजने का किया सौदा संवेदनशील पुलिस अधीक्षक से पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाई*
जांजगीर चाम्पा
जैजैपुर थाना के दो आरक्षक देवनारायण चन्द्रा,और अश्वनी जायसवाल,के द्वारा शराब तश्कर मणिशंकर कुर्रे छोटे सीपत को जैजैपुर के कचन्दा रोड पर बिक्री के लिये घूम रहे थे तो पकड़ लिया,जिससे आरक्षक द्वारा मणि शंकर कूर्रे को गाली गलौज करते हुए मार पिट किया गया और बाइक मोबाइल को छीन लिया गया था,फिर जैजैपुर थाने ले जाकर धमकी दिया की तुम हमे 1 लाख दो नही तो तुम्हे जेल भेज देंगे,तो मणि शंकर के द्वारा बोला गया कि मैं गरीब आदमी हूं मेरे पास इतना पैसा नही है साहब मुझ पर रहम करो छोटे छोटे बच्चों के परवरिस के लिये यह धंधा मजबूरी में अभी किया हूं,तो आरक्षक के द्वारा बोला गया कि 70 हजार दो तभी छोड़ेंगे अन्यथा जेल भेज देंगे,इससे डरकर मणि शंकर के द्वारा अपने घर से किसी तरह 70 हजार जुगाड़ करके जैजैपुर पुलिस आरक्षक देव नारायण चन्द्रा और अश्वनी जायसवाल को पन्नी में पैक करके दिया तो कही जाके मणि शंकर कूर्रे के 30 लीटर महुआ शराब को 4 लीटर पकड़े करके जमानती धारा बनाकर छोड़ दिया गया है साथ ही मोटरसायकल को भी बिना प्रकरण के छोड़ दिया,बाद में मणी शंकर कूर्रे ने मीडिया को बताया कि इस तरह जैजैपुर थाना के दो आरक्षक द्वारा मेरे से 70 हजार लिये है जिससे मैं बहुत आर्थिक तंगी में हूं तो मीडिया वालों ने उसे जांजगीर पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत करने की सलाह दिए तो मणि शंकर के द्वारा दिनाँक 8 जून 2021 को एसपी को लिखित इस सम्बद्ध में शिकायत किये हैं,जिससे पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर के द्वारा कार्यवाही करने की बात कही हैं।
अब आगे यह देखना होगा की पुलिस अधीक्षक के द्वारा इन दोनों आरक्षकों को जैजैपुर से ट्रान्सफर करते हैं कि नही क्योंकि इसी तरह के प्रकरण इससे पहले भी हुआ था जिसे पुलिस अधीक्षक मेडम के द्वारा उक्त दोषी आरक्षक को लाइन अटैच किया था अब आगे यह देखना होना की जैजैपुर के इन दो आरक्षकों पर क्या उचित कार्यवाही की जाती है,वही मणिशंकर कूर्रे ने पुलिस अधीक्षक मेडम जी से विनती गुहार लगाया गया है कि मेरे 70 हजार रुपए को वापस दिलाने की विनती की है अन्यथा पैसे नही मिलने पर मेरे द्वारा आत्महत्या करने के सिवा कोई रास्ता नही होगा मेरे ऐसे कदम उठाने पर उक्त दोनों आरक्षक जिम्मेदार होंगे,यह बात मीडिया के समक्ष पीड़ित मणि शकंर कूर्रे ने कही।
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