*निरीक्षण के लिए गए बिजली अधिकारी के साथ युवकों ने किया दुर्व्यवहार,जेई ने युवकों पर लगाया शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप*
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
*निरीक्षण के लिए गए बिजली अधिकारी के साथ युवकों ने किया दुर्व्यवहार*
*@जेई ने युवकों पर लगाया शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप*
*असलम खान रायगढ़ ब्यूरो*:-
क्षेत्र के एक गांव में शासकीय काम में बाधा पहुंचाने और कोरोना काल में कुछ उदंड युवकों द्वारा भीड़ जुटाकर शासकीय नियमों की धज्जियां उड़ाने ,प्रतिष्ठित सरकारी अधिकारी एवम जनप्रतिनिधि के साथ बेहूदगी से पेश आने की खबर मिली है!
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम कोतरा में विद्युत करंट से एक बछिया की मृत्यु की खबर मिलने पर कुसमुरा के जे ई श्री ए खान सुबह सुबह 9 बजे उक्त घटना स्थल पर अपने मातहत कर्मचारियों के साथ पहुंचे और जैसे ही निरीक्षण शुरू किया वहां उपस्थित मिथिलेश बर्मन नामक युवक ने काफी तेज आवाज में बहस करना शुरू कर दिया। और इस प्रकार हुज्जाबाजी करते हुए उसके द्वारा शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई गई। जिसकी वजह से काफी देर तक निरीक्षण और पंचनामा की कार्यवाही, औपचारिकता पूरी नहीं की जा सकी।
बता दें मिथलेश बर्मन द्वारा बहुत ही असंयत और अशोभनीय लहजे में अधिकारी से बहस करते हुए ट्रांसफॉर्मर को हटाने के लिए कहा गया। जे ई साहब द्वारा उसकी नियमानुसार प्रक्रिया बताए जाने पर और सहयोग की बात कहे जाने के उपरांत भी उदंड युवक ने अपने को मीडिया कर्मी होने की बात कहते हुए ,जोर जोर से बहस करने लगा ।इस दौरान गांव के सरपंच सहित अन्य उपस्थित हो गए और सभी ने अपनी ओर से श्री मिथिलेश बर्मन को शांत होने के लिए कहा और अनावश्यक बहस करने से रोकने की कोशिश की । इसी मध्य पूर्व महिला सरपंच महोदया ने भी उनके गलत व्यवहार पर सभी के मध्य जब आपत्ति की तो उनसे भी श्री मिथिलेश बर्मन के द्वारा बत्तहमीजी की गई ।वर्तमान सरपंच और अन्य संभ्रांत नागरिकों के हस्तक्षेप के बाद कुछ देर बाद सरपंच महोदय से सकारात्मक बातचीत हुई और स्थल निरीक्षण की औपचारिकता पूरी की जा सकी।
इस बीच भी मिथिलेश बर्मन का एक साथी सुनील सारथी , मिथिलेश बर्मन का साथ देता रहा और वो भी जोर जोर से चिल्लाकर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास करता रहा और तब ऐसा लगा कि,जैसे वे कोई पूर्वाग्रह से ग्रसित हों।गौरतलब है कि,इस बीच श्री मिथिलेश बर्मन और सुनील सारथी ने उपस्थित लोगों को उकसाने का प्रयास भी किया परंतु, इस दरम्यान बाकी सभी ने इनके गलत व्यवहार पर अपनी आपत्ति की और उनके उकसावे में नहीं आए। जब सभी तरफ से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला तो उन दोनों के द्वारा माननीय मंत्री जी का अपमान की अनर्गल बात भी कही गई ताकि, किसी तरह से तो जे ई को घेरा जा सके।
जे ई के निरीक्षण उपरांत सरपंच महोदय ने कुसमुरा कार्यालय में आकर जे ई मुलाकात की और ट्रांसफॉर्मर के केबल को सुधारने का आग्रह किया । उनके आग्रह पर ट्रांसफॉर्मर के केबल को बदली और दुरुस्त किया गया तब जाकर लाइन जो पहले चालू की जा सकती थी अनावश्यक विवाद उत्पन्न किए जाने के कारण देर से चालू किया जाना संभव हुआ ।इस तरह कोतरा के संभ्रांत नागरिकों एवम सरपंच महोदय ने मामले की गंभीरता को समझते हुए काफी सूझबूझ का परिचय दिया और सकारात्मक कदम उठाया जिसकी वजह से अनर्गल विवाद करने वाले की गलत मंशा धरी की धरी रह गई ।अब इस बात की चर्चा जोरों पर है की अभी कोरोना काल में जब धारा 144 का परिपालन किया जाना है ऐसे में कोई मीडिया कर्मी होने की आड़ में कानून की धज्जियां कैसे उड़ा सकता है और क्या जेई एवम उनका विभाग इस प्रकरण पर ऐसों के विरुद्ध कोई कार्यवाही करने की तैयारी तो नहीं कर रहा ? ऐसी सुगबुगाहट हो रही हुआ फिलहाल आगे की कार्यवाही अभी तो समय के गर्भ में है । मगर कुछ एक ऐसे तत्वों के कारण ही समाज के चौथे स्तंभ को कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है जो जनहित एवम स्वस्थ पत्रकारिता पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं।
धरमजयगढ़ से असलम खान की खबर
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space