*🎯सिविल अस्पताल खरसिया में कोरोना वैक्सिन लगवाने आये हितग्राही ने कर्मचारी के साथ कि मारपीट 🎯रायगढ़ जिला प्रशासन के दावों की खुली पोल- कैबिनेट मंत्री के विधानसभा क्षेत्र सिविल अस्पताल में नही है वैक्सीन,वैक्सीन नही होने की बात कहने पर हॉस्पिटल स्टाफ के साथ अंकुर अग्रवाल ने किया मारपीट*
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*🎯रायगढ़ जिला प्रसाशन के दावों की खुली पोल- कैबिनेट मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में सिविल अस्पताल में नही है वैक्सीन*
*🎯सिविल अस्पताल खरसिया में कोरोना वैक्सिन लगवाने आये हितग्राही ने कर्मचारी के साथ कि मारपीट*
मारपीट करने वाले के खिलाफ कार्यवाही व गिरफ्तारी की मांग को लेकर सिविल अस्पताल के कर्मचारियों ने दिया आंशिक धरना
खरसिया। कोरोना के मामले जिले में लगातार बढ़ रहे हैं। वही कोरोना मरीजों के इलाज के साथ वैक्सिनेशन के काम में चिकित्सक और स्टाफ नर्स व अन्य अस्पताल के कर्मचारी दिन रात लगे हुए हैं।
वही आये दिन जिले के विभिन्न अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुज्जतबाजी मारपीट या फिर कभी अस्पताल की अव्यवस्था की बातें सामने आते रहती हैं।
ऐसा ही एक मामला खरसिया के सिविल अस्पताल का भी आया है। जहां खरसिया नगर के एक युवक अपने परिजनों को कोविड वैक्सिन लगवाने आया था तो उसको अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा वैक्सिन खत्म होने की बात कही गई। जिस पर उस युवक ने कर्मचारियों के साथ बहस बाजी शुरू कर दी और अस्पताल के कर्मचारी राखीलाल भारती के साथ मारपीट कर दी।
इधर मारपीट की जानकारी जैसे ही अस्पताल के अन्य डॉक्टरों व कर्मचारियों को लगी, उन्होने घटना से नाराज होकर, अस्पताल परिसर गेट के सामने, मारपीट करने वाले के खिलाफ कार्यवाही व गिरफ्तारी की मांग को लेकर, आंशिक धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे।
बतादे की यहां जीवन दीप समिति के अध्यक्ष विधायक महोदय है वावजूद इसके यहां हितग्राहियों को वैक्सीन के लिए भटकना पड़ रहा है अभी घर से निकलना मतलब मौत से आंखे लड़ाना है इस परिस्थिति में किसी हितग्राही का नम्बर आने के बाद उसे वैक्सीन उपलब्ध नही होना भी गम्भीर है।हालांकि ऐसी परिस्थितियों में भी मारपीट तक बात नही पहुचनी थी।समाप्त होने से पहले वैक्सीन अस्पताल में पहुचना अभी की परिस्थितियों में निहायत आवश्यक था विपक्ष के बीजेपी नेता ओपी चौधरी भी सोशल मीडिया में केवल सुर्खिया बटोरने फॉलोवर बढाने में लगे हुए है खरसिया सिविल अस्पताल हमेशा उपेक्षा का शिकार हुआ है,वैक्सीन नही है अब उसमे भला कर्मचारियों की क्या गलती जिला प्रशासन को व्यवस्था दुरुस्त करने सजग रहने की आवश्यकता है।
वही मामले की जानकारी खरसिया पुलिस को मिलते ही, तत्काल सिविल अस्पताल खरसिया पहुंचे। जहां घटना की विस्तृत जांच की जा रही है तथा दोषियों पर कार्यवाही करने की बात कही जा रही है वही कुछ लोग लगातार शिकायत कर्ता पर अंकुर अग्रवाल के कांग्रेसी होने और कुछ कांग्रेसी छुटभैये नेताओं द्वारा मामले का समझौता कराने के प्रयास की बात भी चर्चा में है।
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