POLITICS आज से दो दिनों के पश्चिम बंगाल दौरे पर अमित शाह,13 जिलों के बूथ लेवल कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
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आज से दो दिनों के पश्चिम बंगाल दौरे पर अमित शाह,13 जिलों के बूथ लेवल कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता पांच नवंबर से पश्चिम बंगाल का दो दिन का दौरा करेंगे और राज्य में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी संगठन का जायजा लेने के लिए बांकुरा और कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। यह जानकारी भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को दी।
कोविड-19 के प्रकोप के बाद से शाह का यह राज्य का पहला दौरा होगा। उन्होंने पिछली बार एक मार्च को राज्य का दौरा किया था। गृहमंत्री का यह दौरा महत्व रखता है क्योंकि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में ‘‘बिगड़ती’’ कानून व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की थी।
धनखड़ ने पिछले सप्ताह नयी दिल्ली में शाह से मुलाकात की थी और ‘‘राज्य के हालात’’ पर चर्चा की थी। भाजपा के प्रदेश महासचिव सायंतन बसु ने कहा कि शाह चार नवंबर की रात में कोलकाता पहुंचेंगे। वह अगले दिन बांकुरा जाएंगे और पूर्वी एवं पश्चिम मिदनापुर, बीरभूम, पुरुलिया और बांकुरा जिलों के भाजपा नेताओं के साथ एक संगठनात्मक बैठक करेंगे।
बसु ने कहा, ‘‘वह शाम को कोलकाता लौटेंगे। छह नवंबर को वह दक्षिणेश्वर काली मंदिर जाएंगे और शास्त्रीय गायक पंडित अजय चक्रवर्ती से मुलाकात करेंगे। बाद में, वह राज्य के भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि शाह के बांकुरा और कोलकाता में भाजपा कार्यकर्ताओं के घर पर दोपहर का भोजन करने की भी संभावना है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि शाह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष के साथ बूथ और जिला स्तर के नेताओं और विभिन्न सामाजिक समूहों के साथ बातचीत करेंगे।
प्रदेश भाजपा नेता ‘‘कानून का शासन नहीं होने’’ का हवाला देते हुए बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं।
शाह का यह दौरा प्रदेश भाजपा में बड़े संगठनात्मक बदलाव के बाद होगा। इसके महासचिव (संगठन) सुब्रत चट्टोपाध्याय को हटा दिया गया था और उनके कनिष्ठ अमिताभ चक्रवर्ती को केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उस पद पर नियुक्त किया गया था।
बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 अप्रैल-मई में होने की संभावना है। यह भाजपा के लिए महत्त्वपूर्ण होगा क्योंकि वह राज्य की राजनीति में अपनी बढ़ती प्रमुखता को भुनाने की कोशिश करेगी, जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश करेंगी।
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