प्रगति महिला शक्ति दल’ की महिलाओं ने गांव किरारी ‘ड’ को नशामुक्त करने कसी कमर
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
‘प्रगति महिला शक्ति दल’ की महिलाओं ने गांव किरारी ‘ड’ को नशामुक्त करने कसी कमर
डभरा (जांजगीर) – ‘प्रगति महिला शक्ति दल’ की महिलाओं ने विधानसभा क्षेत्र चंद्रपुर डभरा के किरारी ‘ड’ गांव की तस्वीर बदलनी शुरू कर दी है। एक समय ऐसा था, जब गांव का युवा और हर वर्ग के लोग नशे की गिरफ्त में आ चुके थे, ऐसे में गांव में बहुत तेजी से नशाखोरी बढ़ता जा रहा था। ऐसी परिस्थिति में गांव की 60-65 महिलाओं ने बैठक कर प्रगति महिला शक्ति दल नामक महिला संगठन का गठन किया। इस संगठन के महिलाओं ने नीलम साहू अध्यक्ष और सीता सारथी उपाध्यक्ष के नेतृत्व एवं दिशादर्शन में गांव को नशे से दूर करने का संकल्प लेकर आज से 45 दिन पहले काम करना शुरू किया। महिलाओं के इस अथक और अडिग मेहनत से ही गांव की तस्वीर बदल रही है । महिलाओं का कहना है कि गांव में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है, ऐसे में नशा मुक्ति अभियान चलाकर गांव को शराब मुक्त बनाने का अलख जगाना चाहती हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उनके अभियान को दबाने का प्रयास भी किया जाता है, उनको ताने और गालियां भी दी जाती हैं, लेकिन अब हमें देखकर लोग अब डर कर छुप रहें हैं या अपना शराब बनाने का सामान छोड़कर भाग भी रहे हैं। इसी तारतम्य में 18 अक्टूबर को महिलाओं ने 2 मौहा के लहान, 8 नग कच्चे शराब की जरकिन, 15 नग शराब की बोतल, शीशी, 2 बोरी मौहा इत्यादि वृहद मात्रा में पकड़ा। जिसका प्रतिवेदन बनाकर गांव के सरपंच और थाना डभरा को भी दिया गया । नशामुक्ति अभियान के बारे में नीलम साहू का कहना है कि नशा एक सामाजिक बुराई है। नशा मानसिक व सामाजिक समस्या है और इसके इलाज के लिए व्यक्ति, परिवार, दोस्त, समाज और कानून को एक साथ मिलकर एक दिशा में काम करना पड़ेगा तभी हम इस नशा नामक बुराई को समाज से अलग कर सकते हैं। सीता सारथी ने कहा कि आज हमारे देश की लगभग 37 प्रतिशत आबादी नशे की चपेट में है। हम मिलकर ही सामाजिक चेतना के द्वारा इस बुराई को जड़ से खत्म कर सकते हैं। हमें सबसे पहले युवा पीढ़ी को नशे की दलदल में फंसने से रोकना होगा। इसके लिए पूरे समाज को मिलकर प्रयास करने होंगे। नशे से दुष्परिणाम बताते हुए गांव वालों को नशा मुक्ति की शपथ भी दिलाई। ग्रामीणों ने भी संकल्प लिया कि ना तो वे खुद शराब पीएंगे और ना ही किसी दूसरे को गांव में शराब पीने देंगे। इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए अम्बिका, मालती बाई, मोंगरा बाई, मंगली निषाद, कमला बाई, साधमती चौहान, लैनबाई सारथी, फूलबाई बरेठ, सत्यवती मालाकार, फूलबाई सिदार, भुनेश्वरी बरेठ सहित महिला समूह की का सराहनीय योगदान रहा ।
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space