एसईसीएल के प्रभावित क्षेत्र का बहुत बुरा हाल @एसईसीएल के 28 करोड़ की लागत वाला छाल हाटी मार्ग चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट,बनने के साथ ही होने लगे थे गड्ढे! @रोड के साथ बनाये गए पुलिया भी धसक कर सड़क को कर रहे छतिग्रस्त
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एसईसीएल के प्रभावित क्षेत्र का बहुत बुरा हाल
एसईसीएल के 28 करोड़ की लागत वाला छाल हाटी मार्ग चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट,बनने के साथ ही होने लगे थे गड्ढे !
रोड के साथ बनाये गए पुलिया भी धसक कर सड़क को कर रहे छतिग्रस्त
असलम खान ब्यूरो हेड धरमजयगढ़
धरमजयगढ़ एसईसीएल छाल उपक्षेत्र के सिविल विभाग के द्वारा सन 2018 में बनाई गई छाल – हाटी सड़क जो कि 21 किलोमीटर का निर्माण कार्य लगभग 28 करोड़ रुपये की लागत से करवाया गया है। यह सड़क निर्माण कार्य अपने शुरुवाती दिनों से ही अपने हालात पर आंसू बहाते नजर आ रहा है। इस निर्माण कार्य के ठेकेदार राजेश अग्रवाल खरसिया के द्वारा किया गया है। जिसमे एसईसीएल छाल उपक्षेत्र के सिविल विभाग के अधिकारी एवं इंजीनियरो के द्वारा आपसी सामंजस्य बनाकर निर्माण कार्य कि गुणवत्ता को दरकिनार करते हुए केवल खानापूर्ति की गई, और जनता की नजर में यह सड़क तो बन गयी तो वही एसईसीएल के सिवाल विभाग के दस्तावेजों में भी सड़क का काम को पूरी तरह कंप्लीट दिखाकर,भुगतान कर ठेकेदार को उपकृत कर दिया गया। लेकिन इस सड़क निर्माण का कार्य पूरा होने कि तिथि के एक माह बाद ही इस सड़क पर गड्ढे होने लगे इसकी शिकायत एसईसीएल के सिविल विभाग के अधिकारियों से किये जाने पर अधिकारी ने सड़क
ठेकेदार द्वारा मेंटेनेंस करने की बात करते हुए पूरा एक वर्ष ऐसे ही निकाल दिया गया, और जब एक वर्ष बाद 2019 में पुनः एसईसीएल के अधिकारियों से इस 28 करोड़ रूपये के घटिया निर्माण को लेकर और इस सड़क की जर्जर हालत की शिकायत किये जाने के बाद इन अधिकारियो ने बडी साफ गोई के साथ उक्त 28 करोड़ के निर्माण कार्य की गारंटी अवधि केवल एक वर्ष होने और ठेकेदार की जिम्मेदारी खत्म होने की बात यंहा पूर्व मे पदस्थ तत्कालीन सिविल विभाग के अधिकारी श्री पातुरवार के द्वारा लोगो को बेवकूफ बनाने के लिए क्यो किया गया, यह समझ से परे है। जबकि कोल इंडिया की इस कंपनी को इतनी बड़ी 28 करोड़ की राशि से सड़क का घटिया निर्माण करवाकर कोल इंडिया कंपनी को ही आर्थिक नुकसान पहुँचाया जाना आखिर किस योजना का हिस्सा था, और ठेकेदार को इसका अनुचित ढंग से क्यो सीधा लाभ पहुँचाया गया यह बड़ी जांच का विषय हो सकता है। लेकिन क्या विभाग के आला अधिकारी इसकी ईमानदारी पूर्वक जांच करवाएंगे?
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नालो पर बनाये पुलिया,एक ही बरसात में धसक कर सड़क को करने लगे छतिग्रस्त
एसईसीएल की इसी सड़क पर स्थित नालो के ऊपर पुलिया के निर्माण कार्य को ठेकेदार राजेश अग्रवाल के द्वारा पेटी कॉन्ट्रेक्ट में अनुभवहीन ठेकेदारों से बनवाया गया है। वही इन पुलियों के घटिया निर्माण को भी एसईसीएल सिविल विभाग के अधिकारियों ने बिना निरक्षण और बिना परीक्षण किये ही पास करके ठेकेदार को भुगतान कर दिया गया है, और आज वही पुलिया धसक कर इस राज्य मार्ग को भी क्षतिग्रस्त करने की स्थिति में पहुँच गया है। यह भी एसईसीएल के अधिकारियों की भ्रस्ट कार्यप्रणाली की जांच का विषय सामने आया है।
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एसईसीएल अधिकारी ने घटिया निर्माण की गारंटी अवधि को मीडिया से झूठ क्यो बोला ?
यँहा इस विषय मे इस भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए इस कोयला कंपनी के सिविल विभाग के अधिकारी श्री पातुरवार के द्वारा 28 करोड़ की लागत के इस निर्माण कार्य की गारंटी अवधि को 1 वर्ष होना बताकर मीडिया को भी गुमराह किया गया जबकि इसी मार्ग की खस्ताहाल की स्थिति को लेकर जब लो,नि,वि धरमजयगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी जी आर शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने इसकी गारंटी अवधि 3 वर्ष होना बताया गया। अब सवाल यंहा यह उठता है कि लोकनिर्माण विभाग द्वारा एसईसीएल को निर्माण एवं संधारण के लिए दिए गए इस मार्ग के निर्माण कि गारंटी अवधि को लेकर एसईसीएल के अधिकारियों ने मीडिया से झूठ क्यू बोला.?
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*वर्ज़न अनूप गुप्ता,अधिकारी
सिविल विभाग,एसईसीएल,छाल*
मैं अभी दो दिन पहले ही एमसीएल से यहाँ आया हूँ,इसलिए मुझे यहाँ के बारे में कुछ भी जानकारी नही है,इसलिए मैं अभी कुछ भी नही बता पाऊंगा
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