मक्का प्रोसेसिंग प्लांट बनेगा कोण्डागांव के कृषकों के लिए मील का पत्थर-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने आॅनलाईन के माध्यम से किया 300.04 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन 

कोण्डागांव, 26 सितम्बर 2020

‘कोरोना संकट काल में भी राज्य शासन आम जनों के हित में हर मोर्चे पर डटी हुई है, चाहे वह कृषि का क्षेत्र हो या स्वास्थ्य या फिर निर्माण कार्य कहीं भी इस संकट काल को बाधा बनने से रोकने के लिए राज्य शासन प्रतिबद्ध है। इसमें भी वनांचल के क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया गया है। एक ओर जहां खरीफ एवं रबि फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि करके किसानों को राहत दिया गया है, वहीं वनोपज जैसे ईमली, महुआ के संग्रहण में भी ग्रामीणों को पुरा-पुरा वाजिब मूल्य दिये जा रहे हैं। इस तरह शासन के बेहतर आर्थिक प्रबंधन ने कोरोना महामारी के बीच भी पिछड़े क्षेत्रों में विकास की प्रक्रिया को जारी रखा है। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों एवं कर्मचारियों का भी सराहनीय योगदान रहा हैै।‘

दिनांक 26 सितम्बर को प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री भुपेश बघेल द्वारा आॅनलाईन के माध्यम से 300.04 करोड़ के विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन के अवसर पर उक्त आशय के विचार प्रकट किये गये। इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरूरूद्र कुमार (मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग), श्री शिव डहरिया (मंत्री नगरीय प्रशासन एवं विकास), श्रीमती फूलो देवी नेताम (सांसद राज्यसभा), श्री मोहन मरकाम (विधायक कोण्डागांव एवं अध्यक्ष छ.ग. कांग्रेस प्रदेश कमेटी), श्री संतराम नेताम (विधायक केशकाल), श्री चंदन कश्यप (विधायक नारायणपुर एवं अध्यक्ष छ.ग. हस्तशिल्प विकासबोर्ड), श्री मोहन मण्डावी (सांसद कांकेर) जनप्रतिनिधि रवि घोष, मनीष श्रीवास्तव, कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, सीईओ जिला पंचायत डीएन कश्यप सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

माननीय मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस वैश्विक विपदा में भी पुरे देश में मनरेगा के तहत् सर्वाधिक कार्य छत्तीसगढ़ में ही हुए हैं। इससे प्रदेश के कामगारों को आर्थिक सुरक्षा देने में शासन अव्वल रहा है। इसी प्रकार गोधन न्याय योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस अपनी तरह की अनुठी योजना से जिस प्रकार कृषक महिलाओं एवं पशुपालकों को रोजगार के नये अवसर उपलब्ध कराये गये हैं, इसकी सम्पूर्ण देश में चर्चा है।

हर वर्गो की उन्नति के लिए समर्पित है शासन का निर्णय-विधायक मोहन मरकाम

जिले के विधायक मोहन मरकाम ने इस मौके पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके यशस्वी नेतृत्व के माध्यम से ही जिले को 300 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात मिली है। यह एक संवेदनशील सरकार का परिचायक है। जिले में चाहे 87 करोड़ लागत के मक्का प्रसंस्करण ईकाई हो या फिर नगर में पेय जल सुविधा वृद्धि करने हेतु कोसारटेडा जल आवर्धन का भूमिपूजन इसी प्रकार मुख्यालय में अत्याधुनिक बस स्टैण्ड के निर्माण और मुक्तिधाम संवर्धन भी हो रहे विकास का एक आईना है। कुल मिलाकर इन विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमिपूजन ने मुख्यमंत्री का कोण्डागांव जिले के चहमुखी विकास के लिए किये गये प्रयासों की बानगी को दर्शाता है और यह जिले के लिए गौरव का दिन कहा जा सकता है। मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्र कुमार तथा मंत्री शिव डहरिया ने भी आॅनलाईन के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री का कोण्डागांव जिले के प्रति विशेष अनुराग है और इस गौरवपूर्ण अवसर के लिए सभी जनप्रतिनिधि बधाई के पात्र हैं। भविष्य में भी जिले में विकास को नया आयाम देने के लिए शासन सदैव प्रयासरत् रहेगा। इसके साथ ही सांसद राज्यसभा श्रीमती फूलोदेवी नेताम, विधायक चंदन कश्यप एवं संतराम नेताम ने भी शासन को लोकार्पण एवं भूमिपूजन के लिए आभार जताया।

इसके पूर्व जिला कलेक्टर ने किये गये विकास कार्यों से संबंधित प्रतिवेदन का वाचन करते हुए जिले में पर्यटन को बढावा देने के लिए विकासखण्ड केशकाल में लीमधरा मिड-वे रिसाॅर्ट, ईको पर्यटन केन्द्र टाटामारी, केशकाल घाट के सौंदर्यीकरण हेतु विभिन्न प्रजातियों के फूल-पौधों का रोपण के अलावा आजीविका आधारित ‘मारी‘ (पठार) विकास परियोजना, उड़ान आजीविका केन्द्र, कोण्डागांव अध्ययन केन्द्र, नरियर महाभियान, विक्षिप्त व्यक्तियों के पुर्नवास परियोजना, कोण्डागांव अध्ययन केन्द्र हेतु पुस्तकालय के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जिले के 30 गोठानों में गौ पालन के अलावा मुर्गी, सुअर, बकरी, मछली पालन को बढ़ावा देकर उन्हें रोजगार एक बहुउद्देश्यीय केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। साथ ही गर्भवती माताओं और शिशुओं की सुरक्षा को शत् प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए ‘मोचो जचकी मोचो अस्पताल‘ अभियान और कुपोषित बच्चों की दर को देखते हुए ‘नंगत पिला‘ अभियान की शुरूवात की गई है और जिले में अब तक 56 हजार 792 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। जिला कार्यालय में आयोजित इस आॅनलाईन कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका मधु तिवारी एवं व्याख्याता आरके जैन द्वारा किया गया।