सनातनी भारतीय नववर्ष, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत् 2081 (तदनुसार 09 अप्रैल 2024) की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
*🌺🌹चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 🌺हिन्दू नववर्ष की शुभकामनायें🙏*
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, जिसे हिंदू धर्म में नव वर्ष का पहला दिन माना जाता है, एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव है। इस दिन को हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा के रूप में मनाया जाता है। यह उत्सव विभिन्न रूपों में पूरे भारत में मनाया जाता है, जैसे कि गुजरात में नवरात्रि, उत्तर भारत में वैशाखी, और अन्य स्थानों पर गुढ़ी पड़वा और उगादी के रूप में। यह उत्सव नये आरंभ, उत्साह, और आशा का प्रतीक है, जो सामाजिक समृद्धि और खुशहाली का संकेत माना जाता है।
सनातनी भारतीय नववर्ष, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत् 2081 (तदनुसार 09 अप्रैल 2024) की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।
इसी दिन के सूर्योदय से ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की।
सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन राज्य स्थापित किया। इन्हीं के नाम पर विक्रमी संवत् का पहला दिन प्रारंभ होता है।
प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक का दिन यही है।
शक्ति और भक्ति के नौ दिन अर्थात् नवरात्र का पहला दिन यही है।
सिख परंपरा के द्वितीय गुरू श्री अंगद देव जी के जन्म दिवस का यही दिन है।
सिंध प्रान्त के प्रसिद्ध समाज रक्षक वरूणावतार संत झूलेलाल इसी दिन प्रगट हुए।
विक्रमादित्य की भांति शालिवाहन ने हूणों को परास्त कर दक्षिण भारत में श्रेष्ठतम राज्य स्थापित करने हेतु यही दिन चुना।
युधिष्ठिर का राज्यभिषेक भी इसी दिन हुआ।
भारतीय_नववर्ष_कैसे_मनाएँ
हम परस्पर एक दुसरे को नववर्ष की शुभकामनाएँ दें।
अपने परिचित मित्रों, रिश्तेदारों को नववर्ष के शुभ संदेश भेजें।
इस मांगलिक अवसर पर अपने-अपने घरों पर भगवा पताका फेहराएँ।
अपने घरों के द्वार, आम के पत्तों की वंदनवार से सजाएँ।
घरों एवं धार्मिक स्थलों की सफाई कर रंगोली तथा फूलों से सजाएँ।
इस अवसर पर होने वाले धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लें अथवा कार्यक्रमों का आयोजन करें।
*आप सभी से विनम्र निवेदन है कि सनातनी नववर्ष” हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए “समाज को अवश्य प्रेरित” करें।- मातृ शक्ति प्रमुख खरसिया विहिप – ✍🏼आरती वैष्णव*

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space