*📕खरसिया📕 – सक्रिय पत्रकारों सामाजिक कार्यकर्ताओं प्रबुद्धजनों को सरकार की महत्वाकाँक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह से किया जा रहा दूर…नही भेजा आमंत्रण पत्र….,दुर्भावना से परिपोषित मानसिकता को बदले – आरती वैष्णव*
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*📕खरसिया📕 – सक्रिय पत्रकारों सामाजिक कार्यकर्ताओं प्रबुद्धजनों को सरकार की महत्वाकाँक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह से किया जा रहा दूर…नही भेजा आमंत्रण पत्र….,दुर्भावना से परिपोषित मानसिकता को बदले – आरती वैष्णव*
आमजन के टेक्स से अपना घरबार परिवार चलाने वाले नौकरी पेशा खरसिया सेक्टर सुरवाईजर पुनिता जायसवाल व परियोजना अधिकारी मीनू उपाध्याय मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना कार्यक्रम को अपना प्राइवेट लिमिटेड समझ रहे हैं सक्रिय पत्रकारों को कार्यक्रम से किया जा रहा पृथक क्योंकि भ्र्ष्टाचार करने की लत लगी है कहीं पकड़ में न आ जाये ये डर तो लाजमी है,वहीं जो इनकी भाठगिरी करते हैं उनका पहचान कर चुनिंदा रूप से उन्ही को कार्यक्रम का आमंत्रण दिया गया है,राज्य सरकार की महत्वाकाँक्षी योजना योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह शासकीय नौकरी में रहते अपनी व्यक्तिगत दुर्भावना से सक्रिय पत्रकारों को आमंत्रण न देना इनकी कुंठित मानसिकता को दर्शा रहा है जो सर्वथा अनुचित है.
पत्रकारों सामाजिक कार्यकर्ताओ खरसिया के बुद्धिजीवि वर्ग को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की कोई जानकारी ही नही है, जानकारी प्राप्त करने के लिए ज़ब परियोजना अधिकारी से सम्पर्क किया गया तो फोन रिसीव करके नजरअंदाज करते हुए कोई जवाब नही दिया गया गाजे बाजे की आवाज फोन पर सुनवा रही थी परियोजना अधिकारी मीनू उपाध्याय जबकि आसानी से बात हो सकती थी वहीं जिला महिला बाल विकास अधिकारी ने भी फोन नही उठाया आमजन के टेक्स से सैलरी उठाने वालों को पता नही क्यों ऐसा लगता है कि ये इनके घरबार का निजी कार्यक्रम है और हम जिन्हे नही बुलाएंगे वो नही आएंगे मुख्यमंत्री कन्या विवाह छग शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है गरीब परिवारों की बेटियों का विवाह प्रशासन द्वारा सम्पन्न होता है नगर के प्रदेश के हर एक नागरिक का अधिकार है इन बेटियों के विवाह में सम्मिलित होकर उन्हें आशीर्वाद देने व शासन के ऐसे आयोजन में सम्मिलित होकर पारिवारिक वातावरण बनाने का लेकिन कुछ ऐसी मानसिकता के लोग पूरी योजना को प्राइवेट लिमिटेड बनाकर अपनी व्यक्तिगत दुर्भावना को बल देने का माध्यम बना लेते हैं जिसमे इनकी स्वयं की ओछी मानसिकता उजागर होती दिखाई देती है जो निंदनीय है.
विगत कुछ वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार में ज़ब मुख्यमंत्री कन्या विवाह राठौर भवन में करवाया गया था तो प्रभारी महिला बाल विकास अधिकारी पुनिता जायसवाल द्वारा नाबालिक युवती का विवाह करवाया गया था, जिसकी लिखित शिकायत पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता आरती वैष्णव द्वारा की गईं है जिसपर कार्यवाही आज तक लंबित है क्योंकि कांग्रेसी मानसिकता से परिपोषित प्रभारी परियोजना अधिकारी को एक कांग्रेसी नेत्री व नेता का संरक्षण प्राप्त रहा है, जिला कलेक्टर रायगढ़, परियोजना अधिकार रायगढ़ से शीघ्र कार्यवाही कर सबंधित तत्कालिक प्रभारी परियोजना अधिकारी पुनिता जायसवाल पर कठोर कार्यवाही कर तत्काल निलंबन की मांग पूर्व में की गईं शिकायत को ध्यानाकर्षण कराते हुए की गईं है.
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