नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर और विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 97541 60816 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , CG News-पटवारी सस्पेंड: बेसकीमती जमीन को पटवारी ने किया अपने नाम, शिकायत के बाद निलंबित पटवारी सस्पेंड… – पर्दाफाश

पर्दाफाश

Latest Online Breaking News

CG News-पटवारी सस्पेंड: बेसकीमती जमीन को पटवारी ने किया अपने नाम, शिकायत के बाद निलंबित पटवारी सस्पेंड…

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

CG News-पटवारी सस्पेंड: बेसकीमती जमीन को पटवारी ने किया अपने नाम, शिकायत के बाद निलंबित
पटवारी सस्पेंड

महासमुंद। बेसकीमती जमीन को बिना कलेक्टर की अनुमति के अपने नाम करने वाले पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित पत्व्री का नाम लीलाधर डड़सेना है।

दरअसल, महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखण्ड के पटवारी हल्का नम्बर 26 लीलाधर डड़सेना पदीय दायित्वों के प्रति अवचार का दोषी मानते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनकी विभागीय जांच भी संस्थित की गई है। उनका मुख्यालय तहसील कार्यालय बागबाहरा नियत किया गया है। इस आशय के आदेश जारी कर दिया गया हैं।

निलंबन आदेश में कहा गया है कि लीलाधर डड़सेना तत्कालीन पटवारी द्वारा पटवारी हल्का नम्बर 33 कोमाखान( आश्रित ग्राम घोयनाबाहरा, घोयनाबाहरा खुर्द, लुकुपाली, कोमाखान, भालुचुंवा) एवं पटवारी हल्का नम्बर 35 (आश्रित ग्राम घोयनाबाहरा, घोयनाबाहरा खुर्द, लुकुपाली, कोमाखान, भालुचुंवा, जुनवानी खुर्द) इत्यादि ग्रामांे में मुख्य सड़क से लगे बस्ती से लगे बेसकीमती जमीन शासन से प्राप्त भूमि, आदिवासी भूमि एवं अन्य भूमियों को कलेक्टर की अनुमति के बिना, बिना रजिस्ट्री के स्वयं एवं अन्य व्यक्तियों के नाम पर दर्ज कर शासन के नियमों को अनदेखी किया गया है। जो कि शासकीय कार्य के प्रति घोर लापरवाही का घोतक है तथा सिविल सेवा आचरण नियम 1965 नियम 3(1) के विपरीत है।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

November 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
24252627282930