सेठ की जमीन खाली कराने दबंगों ने तोड़ा गरीबों का आशियाना- जमकर किया तोड़-फोड़ मारपीट* *🔴मारपीट के दौरान घायल हुई गर्भवती महिला-8 माह के बच्चे की हुई गर्भ में मौत*
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*🔴सेठ की जमीन खाली कराने दबंगों ने तोड़ा गरीबों का आशियाना- जमकर किया तोड़-फोड़ मारपीट*
*🔴मारपीट के दौरान घायल हुई गर्भवती महिला-8 माह के बच्चे की हुई गर्भ में मौत*
*🔴खरसिया/रायगढ़🔴* कहतें है जिसका कोई नही होता है उसका ऊपर वाला होता है लेकिन खरसिया हमाल पारा सांवरिया टाकीज के पास 20 वर्षों से झोपड़ी बना के काबिज होकर रह रहे चटाई-झाड़ू बनाने वाले डेरा के 15 परिवारों एवं लगभग 50 मतदाताओं पर गरीबी की मुसीबत आफत बनकर टूट पड़ी है। खरसिया वार्ड नं.5 के लगभग 50 मतदाताओं पर कड़कड़ाती ठंड में आशियाना छीन जाने एवं सिर से छत छीन जाने से आज 2 दर्जनों परिवारों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है। इतना ही नही सेठ के निजी जमीन को खाली कराने स्थानीय दबंगो एवं गुर्गों को ठेका दिया था जिस कारण 20 वर्षों से काबिज लोगों एवं सेठ के गुर्गों के बीच जमकर संघर्ष की स्थिति निर्मित हो गया। लगभग 20 परिवारों के झोपड़ियों पर ताबड़तोड़ जेसीबी चलवा दिया गया जिससे न सिर्फ उन गरीब परिवारों के सिर से उनका छत छीन गया बल्कि 50 मतदाताओं सहित 60-70 लोगों का परिवार भूख एवं ठंड के बीच जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने मजबूर हैं।
*📕जेसीबी से ढहाया आशियाना* लगभग 25 वर्ष पूर्व सांवरिया टाकीज के सामने भूमि स्वामी सवारियां परिवार के बुजुर्गों के द्वारा अपनी खाली पड़ी जमीन पर लगभग 5-7 डेरा परिवार को झोपड़ी बनाकर बसने मौखिक सहमति दिया था। तब से लगातार 20 वर्षों से झोपड़ी बनाकर रह रहे कुल 20 परिवार के लगभग 60-70 सदस्य रह रहे थे कि अचानक उक्त भूमि को खरसिया के मनीष सेठ के द्वारा खरीद लिया गया जिसका सीमांकन के लिए आवेदन लगाया गया फिर जमीन को हासिल करने इन लगभग 20 परिवार के झोपड़ियों पर जेसीबी चला दिया गया एवं दर्जनों की संख्या में लोगों को आपस मे लड़ने भिड़ा दिया गया। उक्त संघर्ष में दोनों पक्षो के कई लोगों को चोंटे भी आई दोनों पक्षो के द्वारा एक दूसरे के खिलाफ FIR दर्ज कराया गया है। जिसमे अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नही हो सकी है।
*📕जब प्रशासन से सरकारी खाली जगह की मांग के लिए डेरा वालों ने मांगा वक्त-दोबारा सेठ ने भेज दिया महिलाओं को मारपीट कर डेरा खाली कराने*
आपने दिल्ली मुंबई में जमीन खाली कराने गुर्गों के बारे में सुना देखा होगा लेकिन कहतें है नोटों की खनक के सामने कानून का कोई ख़ौफ़ नही होता है। तभी तो दर्जनों की संख्या में महिलाओं के समूह के लोगों ने फिर से डेरा को खाली कराने के लिए बल प्रयोग किया जिस दौरान डेरा के एक गर्भवती महिला जिसका नाम नंदनी गोस्वामी उम्र लगभग 25 वर्ष है के पेट मे चोंट लग गई जिसको ईलाज के लिए खरसिया सिविल अस्पताल लाया गया जहाँ डॉक्टरों द्वारा महिला को सोनो ग्राफी की सलाह दी गई जहां सोनो ग्राफी के दौरान महिला के गर्भ में पल रहे 8 महीना के बच्चे का धड़कन बन्द होने की जानकारी डॉक्टरों द्वारा परिजनों को दी गई। साथ ही महिला के पेट मे मृत बच्चे का ईलाज करके ऑपरेशन-अबॉर्शन करके निकालने की बात कही महिला को प्राथमिक उपचार के बाद फिलहाल वापस डेरा भेज दिया गया है जहाँ खुले आसमान के नीचे महिला जिंदगी एवं मौत के बीच संघर्ष करने मजबूर है।
*🔴सांसद रायगढ़-एसपी आईजी से लगाई गुहार-नही मिला कोई मदद* रायगढ़ की लोकप्रिय महिला सांसद सहित रायगढ़ पुलिस कप्तान-आईजी से न्याय एवँ मदद की गुहार के बाद भी उक्त परिवारों को किसी भी प्रकार की मदद नही मिली उल्टे गुटीय संघर्ष से गर्भवती महिला के 8 माह के बच्चे की मौत की शिकायत एवं निदान के लिए खरसिया पुलिस चौकी पहुंचने पर तत्काल भाग जाने के लिए कहा गया । आखिर कड़कड़ाती ढंड में लगभग 20 परिवारों के 50 महिला-पुरुष बच्चों के साथ जिंदगी से जंग लड़ रहे है। धर्म नगरी खरसिया में कोई उनकी सुनने वाला नही है।
बड़े बड़े राजनीतिक पहुंच वाले नेताओं को भी इन गरीबो की सुध लेने की फुर्सत नही है।
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