खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है। कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भाजपा के कोमल जंघेल को हरा दिया है।—कांग्रेस ने जीत के 24 घण्टे में जिला बनाने की थी घोषणा..
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राजनांदगांवः खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है। कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भाजपा के कोमल जंघेल को हरा दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक जमकर जश्न मना रहे हैं।
यशोदा वर्मा ने कोमल जंघेल को 20,067 वोटों के अंतर से हराया। खैरागढ़ में 12 अप्रैल को मतदान हुआ था। इसके बाद आज सुबह 8 बजे डाक मतपत्रों की गिनती शुरू हुई। इसके बाद ईवीएम से गिनती शुरू हुई। कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा मतगणना के पहले चरण से ही आगे चल रही थीं और बीजेपी प्रत्याशी कोमल जंघेल दूसरे नंबर पर थे।
यशोदा वर्मा को जानें
यशोदा वर्मा राजनांदगांव जिला पंचायत की पूर्व सदस्य और खैरागढ़ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष हैं। गृह ग्राम देवारीभाट से सरपंच के रूप में राजनीतिक सफर शुरू करने वाली यशोदा फिलहाल लोधी समाज की महिला विंग की जिलाध्यक्ष भी हैं। मूल रूप से किसान परिवार से जुड़ी यशोदा के पति नीलांबर वर्मा कांग्रेस में सक्रिय सदस्य हैं। उपचुनाव जीतने के बाद अब यशोदा वर्मा को करीब डेढ़ साल तक विधायकी का मौका मिलेगा क्योंकि 2023 में छत्तीसगढ़ विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव होंगे।
बीजेपी प्रत्याशी कोमल जंघेल ने कहा कि “जनता का जनादेश स्वीकार्य है लेकिन खुशी इस बात की है कि हमारे कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पांच दिन कैंप करना पड़ा। सरकारी तंत्र का उपयोग कर कांग्रेस ने चुनाव जीता है। हम हारे नहीं, जनता के बीच रह कर कार्य करेंगे। बीजेपी आलाकमान का इस सहयोग और विश्वास जताने के लिए धन्यवाद।”
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ विधायक देवव्रत सिंह का 4 नवंबर 2021 को 52 साल की उम्र में हार्ट अटैक के कारण हो गया था। देवव्रत सिंह के निधन के बाद से खैरागढ़ विधानसभा सीट खाली हुई थी। 12 अप्रैल को हुए खैरागढ़ उपचुनाव में 77.84% मतदान हुआ था। उपचुनाव में कांग्रेस से यशोदा वर्मा तो बीजेपी से कोमल जंघेल और जोगी कांग्रेस से नरेंद्र सोनी समेत कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे।
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