बड़ी खबर📕पर्दाफ़ाश न्यूज के खबर का असर-एसईसीएल लात-छाल में वाहनों की जारी की गई टीपी….मीडिया के हस्तक्षेप के बाद हरकत में आया एसईसीएल प्रबंधन…

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*📕बड़ी खबर📕पर्दाफ़ाश न्यूज के खबर का असर-एसईसीएल लात-छाल में वाहनों की जारी की गई टीपी*
*📕बिना टीपी के 50 से अधिक कोयला लोड ट्रकों की लगी थी कतार*
*📕एसईसीएल प्रबंधन ने खनिज विभाग के पोर्टल को बताया था जिम्मेदार*
*📕छाल/खरसिया/रायगढ़📕* आज सुबह लगभग 20 वाहनों के टीपी जारी होने के बाद अचानक लात खुली खदान में खनिज विभाग के सर्वर ने काम करना बंद कर दिया जिस कारण लगभग 50-60 वाहनों को बिना टीपी जारी किए बिना लोड करके लात खुली खडान से बाहर निकाल दिया गया था। जबकि एसईसीएल के नियमो के मुताबिक कोई भी ट्रांसपोर्टर का वाहन बिना कांटा घर मे तौल हुए एवं टीपी परमिट जारी किए खदान से बाहर नही किया जा सकता है। लेकिन आज 11 बजे से लेकर लगभग 2 बजे तक 50-60 कोयला लोड वाहन जिसमे डीबी पॉवर, जिंदल,विमला साइडिंग,गगन साइडिंग सहित अन्य जगह का कोयला अनूप रोड कॅरियर एवं अली ट्रांसपोर्ट के वाहनों में लोड होकर नियम विरुद्ध बिना परिवहन पास के खदान से बाहर खड़ा था। सूत्रों की माने तो उक्त वाहनों में लोड कोयले को अफरा तफरी की तैयारी थी । लेकिन मामला मीडिया में लीक हो गया। लगभग 130 वाहनों में कोयला लोड कर उसे बिना परमिट के बाहर निकालने की तैयारी थी। लेकिन जब बात मीडिया तक पहुंची एवं मीडिया की टीम लात खदान पहुंच के मामले की जानकारी जुटाने लगी तब आनन फानन में छाल खदान के सब एरिया मैनेजर भागे भागे मैनेजर लात खदान के कार्यालय पहुँचे एवं मीडिया के साथियों को अपने एवं प्रबंधन के बचाव करते हुए टीपी जारी नही होने के लिए खनिज विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए सर्वर में खराबी के कारण ट्रांसपोर्टरों एवं डीओ धारकों को नुकसान की कहानी बताने लगे।
*📕बिना टीपी के आखिर 50-60 लोड वाहन खदान से बाहर कैसे निकली…⁉️*
खदान से लोड वाहन बाहर निकलने के लिए टीपी अत्यंत आवश्यक है। किंतु आखिर प्रबंधन की ऐसी क्या मजबूरी थी कि भर्ती वाहनों को बिना टीपी खदान से बाहर निकालना पड़ा। यदि मीडिया हस्तक्षेप नही करता तो लोड वाहन से करोड़ो के कोयले की हेराफेरी हो सकती थी । बाद में आनन फानन में 1 गार्ड सड़क पर तैनात किया गया।
*📕खनिज अधिकारी को मीडिया ने दी जानकारी…..नही दिखाई जिम्मेदारी..⁉️*
2 दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री ने जिलो में खनिजों के अवैध खनन एवं परिवहन पर रोक लगाने कलेक्टरों एवं एसपी को जिम्मेदार बताया था। जिला खनिज अधिकारी श्री चंद्राकर को मीडिया द्वारा बिना टीपी के 50-60 कोयला लोड वाहन खदान से बाहर होने की जानकारी के बावजूद कोई भी जिम्मेदार खनिज अधिकारी लात खदान नही पहुँचे। *
📕मीडियाकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद 8 बजे रात शुरू हुआ टीपी जारी करने का कार्य*
लात खदान में अंततः रात 8 बजे से टीपी जारी करने का कार्य शुरू किया गया । मीडिया यदि मामले मव हस्तक्षेप नही करती तो क्या 1 गार्ड के भरोसे 50-60 लोड वाहनों को रोका जा पाना सम्भव था। फिलहाल लात-छाल खदान में बड़े अफरातफरी की संभावना पर रोक लग गई है। लेकिन उक्त लापवाही की जांच जरूरी है।

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