नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर और विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 97541 60816 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , सावधान! बहुत बुरे जाल में फंसा सकती है फेसबुक पर आई ये ‘रिक्वेस्ट’ – पर्दाफाश

पर्दाफाश

Latest Online Breaking News

सावधान! बहुत बुरे जाल में फंसा सकती है फेसबुक पर आई ये ‘रिक्वेस्ट’

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

सावधान! बहुत बुरे जाल में फंसा सकती है फेसबुक पर आई ये ‘रिक्वेस्ट’

News

 

नई दिल्ली: यदि आपके पास किसी महिला के नाम से फेसबुक पर फ्रैंड रिक्वेस्ट (Facebook Friend Request) आए और वह दोस्ती होने के बाद मिलने बुलाए, तो सतर्क होने की जरूरत है, क्योंकि फेसबुक पर दोस्ती कर अब दुष्कर्म का आरोप लगाने और ब्लैकमेल करने का खेल खेला जा रहा है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ में जबरन वसूली करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। यह गैंग लोगों को पैसे नहीं देने पर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसा देने की धमकी देकर ब्लैकमैल करता था। पुलिस ने कहा कि एक पुरुष और एक महिला को एक पीड़ित की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया है। दो संदिग्ध फरार हैं।

रिपोर्टों के मुताबिक, हाल ही में एक शख्स ने फेसबुक पर ‘माही राणा’ नाम की महिला से दोस्ती की। कुछ दिनों तक ऑनलाइन चैट करने के बाद, दोनों 15 सितंबर को महिला द्वारा चुने गए स्थान पर मिलने के लिए सहमत हुए। बताई गई जगह पहुंचने पर, शख्स को एहसास हुआ कि यह एक जाल था। दो महिलाओं सहित चार लोग उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे। कुछ देर बाद गिरोह ने दुष्कर्म के झूठे मामले में नहीं फंसाने के लिए शख्स से 5 लाख रुपये की मांग की।

उसने घबराकर 1 लाख रुपये नकद, एक सोने की चेन और एक अंगूठी दे दी। हालांकि, इसके बाद भी जबरन वसूली बंद नहीं हुई। आखिरकार, उसने पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस ने जांच की और गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि एक बड़ा गिरोह शामिल इसमें शामिल हो। फिलहाल जांच की जा रही है।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

लाइव कैलेंडर

April 2024
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930  

You May Have Missed